दरअसल, पुलिस और यूपी एसटीएफ के संयुक्त अभियान में पकड़े गए पांच अंतरराज्यीय तस्करों कासिम, सद्दाम, गौरव हरियाणा के बल्लभगढ़ निवासी हैं। राकेश चंदेला और राजेंद्र फ़रीदाबाद के रहने वाले हैं। ग्रेटर नोएडा डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव के दौरान कुछ दिन से शराब तस्करों के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हो रही थी। मुखबिर से सूचना मिली कि एक ट्रक में अवैध शराब की खेप दादरी की ओर ले जाई जा रही है। एसटीएफ की टीम ने एनटीपीसी कट पर 6 टायरा ट्रक को पकड़ा और जांच के दौरान ट्रक में गोपनीय ढंग बनाए गए केबिन से 25 लाख मूल्य की 319 पेटी शराब की बरामद हुई। ट्रक और आई-10 कार पर सवार आरोपियों को दबोच लिया। यह शराब जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पंचायत चुनाव के दौरान खपाई जानी थी।
एएसपी एसटीएफ राजकुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी राकेश चंदेला ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पिछले तीन साल से रेवाड़ी निवासी सोनू सरदार से जुड़ा है। सोनू का धारुहेड़ा में ठेका है। वहां से वह 1500 रुपये प्रति पेटी के हिसाब से देशी शराब खरीदता है। इसके बाद जारचा के नरौली गांव निवासी सुनील नागर उर्फ गुल्लू एवं राजू को 1800 रुपये प्रति पेटी के हिसाब से बेचता है। ये दोनों छोटे तस्करों को 2100 से 2200 रुपये पेटी के हिसाब से बिक्री करते हैं। आरोपी पूर्व में सूरजपुर व हरियाणा पुलिस द्वारा भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।