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जानकारी के अनुसार 25 मार्च को तिलपता चौक के पास से एक शव को बरामद किया था। मृतक की गला रेतकर हत्या की गई थी। पुलिस ने बताया कि मृतक ने पहले अपने ही तीन दोस्त के साथ मिलकर शराब पी थी। उसके बाद में एक दोस्त ने उसके हाथ पकड़े और दूसरे ने पीछे से पत्थर से सिर पर वार कर दिया। आरोप है कि उसके बाद भी हैवानियत की सभी हद पार करते हुए तीसरे दोस्त ने चाकू से गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। तीनो ने मृतक की पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर तेज़ाब डाल दिया और शव को झाड़ियों में डालक फरार हो गए। एसपी देहात आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान हत्या करना कबूल कर लिया है। उसके तीन साथियों ने शराब के नशे में हत्या की थी। उन्होने बताया कि इन चारों दोस्तों में चोरी के सामान के रुपये के बटवारे को लेकर विवाद हुआ था। रुपयों को लेकर इस हत्या कांड को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस के लिए शुरुआत में यह एक ब्लाइंड मर्डर केस था। इसे सुलझाने में पुलिस को काफी मश्क्कत करनी पड़ी। कई माह बीत जाने के बाद केस में खुलासा हुआ तो सभी सन्न रह गए। पुलिस ने इस मामले में आबेद के दोस्त परवीन और साहिद को धर दबोचा है। जबकि एक दोस्त बुद्धा जाटव अभी भी फरार है। आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल चाकू को भी बरामद कर लिया गया है।
फ़िलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही। बड़ी बात यह है कि चंद पैसो की खातिर इन लोगों ने अपने ही दोस्त को हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया। खुद सलाखों के पीछे पहुंच गए है।