मिर्जापुर गांव के रहने वाली राजेश शर्मा के पति की वर्ष 2012 में मौत हो गई थी। जिसके बाद पीड़ित महिला ने गौतमबुद्ध नगर डीएम से अपने मासूम बच्चे को पढ़ाने के लिए गुहार लगाई थी। डीएम ने कार्रवाई करते हुए ग्रेटर नोएडा के एक नाम स्कूल में पुनीत व मानवी शर्मा का एडमिशन करा दिया। स्कूल प्रशासन को आदेश दिया था कि बच्चों से कोई फीस न वसूली जाए। पीड़ित का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने एक दो महीने तक तो कोई फीस नहीं ली। उसके बाद स्कूल की तरफ से पढ़ाई के लिए दो हजार रुपये लिए जाने लगे। पीड़ित का कहना है कि जैसे तैसे पैसे इक्कठे कर अपने दोनों बच्चों को पढ़ा रही थी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने अब अचानक से फीस बढ़ाते हुए 4 हजार की डिमांड कर दी।
छात्रों की मां सिलाई का काम करती है। छात्रों की मां का कहना है कि सिलाई से अब फीस जमा करना मुश्किल हो रहा है। अब स्कूल की तरफ से फीस दोगुनी कर दी गई। पीड़िता ने मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी से की है। दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन पूरे मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।