दरअसल, दनकौर थाना प्रभारी अखिलेश प्रधान ने करीब तीन दिन पहले एक मीटिंग ली थी। जिसकी सूचना सभी दरोगाओं व सिपाहियों को भिजवाई गई थी। बावजूद इसके पांच दरोगा मीटिंग शुरू होने के कुछ देर बाद पहुंचे। इस पर थाना प्रभारी ने उनको समय का दुरुपयोग करने के संबंध में हिदायत दी।
इसके साथ ही थाना प्रभारी ने लेट आने वाले सभी पांच दरोगाओं पर 10-10 गमले थाने में रखने का जुर्माना लगाया। निर्देश का पालन करते हुए सभी दरोगा बाजार से गमले खरीदकर लाए और उनमें पौधे लगाकर थाने में रख दिए हैं।
दरोगा बोले- देर से मिली थी सूचना वहीं जिन दरोगाओं पर मीटिंग में देर से पहुंचने पर जुर्माना लगाया गया है, उनका कहना है कि थाने में तैनात मुंशी ने थाना प्रभारी के आदेश के बाद काफी समय बाद उन्हें इस मामले की सूचना दी थी। जैसे ही उन्हें सूचना मिली तो वह तुरंत मीटिंग में पहुंच गए थे। हालांकि वह कुछ देरी से पहुंचे थे।
‘जुर्माना लगाने का कोई खास मकसद नहीं’ वहीं इस मामले में थाना प्रभारी अखिलेश प्रधान का कहना है कि मीटिंग में देर से पहुंचे वाले दरोगाओं पर जुर्माना लगाने का कोई खास मकसद नहीं है। उनको सिर्फ समय का महत्व समझाने के लिए जुर्माना लगाया गया है। वहीं थाने में अधिक पौधे लगेंगे तो पर्यावरण भी अच्छा होगा।