फ्लैट बायर संजीव सेठी ने कहा कि हम कैसे विश्वास कर लें कि बिल्डर पैसे लेकर भी घर बना कर देगा। क्योंकि हमने सभी पैसे बिल्डर को दे दिए हैं और अब सिर्फ 10 परसेंट बाकी हैं। 90 परसेंट पैसा जा चुका है। अब डिमांड सिर्फ पजेशन के टाइम बनती है और बिल्डर हम से एडवांस में डिमांड मांग रहा है कि आप पहले पैसे दे दो और जिस तरीके से बिल्डर यह करता है कि इधर का प्रोजेक्ट का पैसा दूसरे प्रोजेक्ट में लगा दिया। दूसरे प्रोजेक्ट का पैसा तीसरे में लगा दिया। इससे अब यह विश्वास नहीं रहा है कि बिल्डर हमारा जो पैसा है वह इसी में लगा पाएगा।
मीटिंग में आए नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने सभी बायर्स को आश्वासन दिलाया कि पहले बिल्डर से बातचीत करी जाएगी और बिल्डर से बातचीत मीटिंग करके कोई ना कोई हल निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि इस समय फ्लैट बायर्स की बहुत ही बुरी स्थिति है। बायर्स रेंट पर रह रहा है, बैंक की भारी भरकम किश्त भी जा रही है। जिससे घर का बजट बिगड़ चुका है। मीटिंग में नेफोमा महासचिव रश्मि पांडेय, आर.के. कुशवाहा, संजय नैलवाल, तुसलिम दोरजे, संजीव सेठी, अजय, अमित वर्मा, अनुराग धवन, उप्पल आदि फ्लैट बायर्स ने भाग लिया।