बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे पर जैसे ही आपका वाहन जीरो प्वाइंट के बूथ से आगे बढ़ेगा तो दूसरे छोर पर वाहन के प्रवेश का समय भेज दिया जाएगा। इस तरह अगर वाहन चालकों ने तय मानकों से ज्यादा रफ्तार पकड़ी तो उन पर ओवरस्पीड का चार्ज लगेगा। इतना ही नहीं अधिक रफ्तार पर लाइसेंस भी निलंबित किया सकता है। बता दें कि एक्सप्रेसवे पर कार के लिए अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे और भारी वाहनों के लिए अधिकतम 80 किमी प्रति घंटे की स्पीड निर्धारित है। इससे अधिक रफ्तार से चलने पर अब 200 या 400 रुपये की बजाय पूरे 2000 रुपये का चालान भरना होगा। ग्रेटर नोएडा में सफीपुर और आगरा में जीरो पॉइंट के पास 20 दिन के भीतर टाइम बूथ निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
रंबल स्ट्रिप और संकेतक बोर्ड करेंगे सतर्क इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे अथाॅरिटी हादसे से बचने के लिए तेज घुमाव से पहले रंबल स्ट्रिप लगाने का काम भी करेगी। रंबल स्ट्रिप लगने के बाद चालक सतर्क हो जाएंगे आैर हादसे भी कम होंगे। वहीं दुर्घटना संभावित क्षेत्रों और घुमावदार मोड़ से पहले संकेतक बोर्ड भी लगेंगे। एक्सप्रेसवे पर आगरा एवं ग्रेटर नोएडा जीरो प्वाइंट पर 4-4 बड़े संकेतक बोर्ड लगेंगे। इसके साथ ही वाहन चालकों को सतर्क करने के लिए खतरनाक हादसों के फोटो भी लगेंगे।