चार दिवसीय सम्मेलन में 1000 ग्लोबल रोड सेफ्टी एक्सपर्ट, प्रोफेशनल्स, कंपनियां, सरकारी संगठन के लोग हिस्सा लेंगे। दूनिया के 86 देशों में सड़क सुरक्षा और मोबिलिटी को बढ़ावा दे रही जेनेवा की इंटरनेशनल रोड फेडरेशन रोड मीटिंग के दौरान सुरक्षा के बारे में जागरुक करेंगे। इंटरनेशनल रोड फेडरेशन के चेयरमैन के.के कपिला ने बताया कि रोड सेफ्टी के लिए आमलोगों के साथ—साथ व्यापारियों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ आदि की राय मांगी जा रही है। इसमें युवा प्रोफेशनल को दुनियाभर में मौजूद सर्वश्रेष्ठ रिसर्च, बेहतरीन प्रैक्टिसिज तथा अनुभवों को साझा करने का मौका मिलेगा। ताकि मौजूद सड़क, परिवहन तथा मोबिलिटी सेक्टर के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
प्रदूषण कम करने का भी होगा प्रयास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 2020 तक देश में सड़क पर होने वाली मौतों को 50 फीसदी तक घटाने के लक्ष्य को हासिल कर लिया जाएगा। सरकार सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर यूएन के डिकेड ऑफ एक्शन के तहत कार्य करेंगी। वहीं बढ़ते वाहनों का ट्रैफिक प्रबंधन, प्रदूषण तथा सुरक्षा संबंधी मुद्दों के लिए समुचित हल खोजने के अलावा सेफ रोड मोबिलिटी पर भी चर्चा होगी। जिसके लिए एक पूर्ण अधिवेशन होगा जिसमें उच्चस्तरीय संबोधन, 44 टेक्निकल सेशन, युवा प्रोफेशनल सेशन भी होंगे जिनमें 10 थीम्स पर तैयार विषयों पर चर्चा होगी।
इनके बारे में दी जानकारी वल्र्ड रोड मीटिंग के दौरान एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों पर विश्वस्तरीय तकनीकों को दिखाया जाएगा। कंट्रोल सिस्टम, कम्यूनिकेशन तथा नेविगेशन डिवाइस, ड्राइवर ट्रेनिंग सिस्टम, इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टेम (आईटीएस), बैरियर्स, व्हीकल डिटेक्शन, स्पीड कैमरा, लाइसेंस प्लेट रिकगनिशन, व्हीकल क्लासिफिकेशन, फाइबर ऑप्टिक्स, रोड साइंस, हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक पास कर्किंग तकनीक, रोड बिल्डिंग, सड़क निर्माण तथा उपकरण, स्ट्रीट लाइटिंग, पार्किंग, पे एंड डिसप्ले, ट्रैफिक मैनेजमेंट, डिसप्ले सिस्टम, ट्रेफिक मॉनिटरिंग तथा ट्रेफिक कंट्रोल सिग्नलिंग शामिल होंगे। लोगों को इनके बारे में गहनता से बताया जाएगा।