ग्रेटर नोएडा। यूपी के प्राइमरी स्कूलों में बच्चों को किस तरह की शिक्षा दी जा रही है, यह जगजाहिर है। स्कूलों में शिक्षकों का लेट होना और बच्चों को पढाई न कराने के मामले अक्सर सामने आते रहे हैं। हालांकि, सरकारी स्कूलों में दी जाने वाली शिक्षा का स्तर सुधारने का प्रयास सरकार भी लगातार कर रही है। योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही स्कूलों के टीचरों को समय से पहुंचने और उच्च क्वालिटी की एजूकेशन मुहैया कराने के सख्त निर्देश भी दिए थे। वहीं, प्रशासन स्तर से भी लगातार शिक्षा के स्तर को सुधारने की कोशिश की जा रही है।
इसी कड़ी में गौतमबुद्धनगर के डीएम ने बच्चों को क्वालिटी एजूकेशन दिलाने के लिए टीचरों का प्रशिक्षण दिलवाने का काम शुरू कर दिया है। इसके तहत अभी तक जिले के प्राइमरी स्कूल के 40 टीचरों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जबकि 40 और टीचरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
गौतमबुद्धनगर के डीएम बीएन सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के 80 शिक्षकों को 'step by step organisation' की ओर से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 40 टीचरों को सम्मालित किय गया था। अब दूसरे चरण में 40 और टीचरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को इसलिए आयोजित किया रहा है ताकि स्कूलों में पढने वाले बच्चों को क्वालिटी एजूकेशन मिल सके। इस दौरान स्कूलों के टीचरों को शिक्षा के माहौल और समय के अनुसार बच्चों को पढाने के टिप्स दिए जा रहे हैं। इसमें प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापकों को भी सम्मिलित किया गया है। इन्हें सक्रिय शिक्षण पद्धति से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक खुद प्रशिक्षण लेने के बाद स्कुलों के अन्य टीचरों को प्रशिक्षण देने का काम करेंगे।
डीएम बीएन सिंह ने बताया कि टीचरों को प्रशिक्षण पूरे प्रदेश में दिलाया जा रहा है। इसका फायदा यह होगा कि स्कूल में पढने वाले बच्चों को बेस्ट एजूकेशन दी जा सके। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ सालों में शिक्षा में काफी बदलाव हुआ है। सरकारी स्कूलों के टीचरों को निजी स्कूलों के टीचरों की तरह पढाने पर जोर दिया जा रहा है।