दरअसल, इजरायल ने मंगलवार को हवाई हमले में गाजा पट्टी में फिलीस्तीन इस्लामिक जिहाद (पीआईजे) आतंकी समूह के सबसे वरिष्ठ कमांडरों में से एक अबू अल-अता को मार गिराया। इसके बाद बदला लेने के लिए पीआईजे ने दक्षिणी इजरायल में रॉकेट दाग दिए। ये रॉकेट इजरायल के राष्ट्रीय राजमार्ग पर जा गिरा, जिससे कई लोग घायल हो गए और कई गाड़ियां बर्बाद हो गई।
पीआईजे के एक प्रवक्ता ने बीबीसी से बात करते हुए बताया कि युद्ध विराम गुरुवार को सुबह 5.30 बजे से लागू हुआ, इजरायल की ओर से विकास का पुष्टि होना बाकी रहा।
इजरायली हमले में मारे गए 32 फिलीस्तीनी
गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायल की ओर से हुए आक्रमण में 32 फिलीस्तीन मारे गए हैं जबकि 63 लोगों का इलाज इजरायल में चोट और तनाव के लक्षणों के मद्देनजर किया गया है।
मध्य-पूर्व में युनाइटेड नेशंस के शांति दूत निकोलय म्लादेनोव ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र और मिस्र दोनों ने गाजा और इसके आसपास युद्ध की खतरनाक स्थिति को रोकने का कठिन प्रयास किया है।
अल-कुद्स ब्रिगेड्स (पाआईजे की सैन्य शाखा) के मुताबिक, अबू अल-अता (42) अपने सैन्य परिषद के सबसे प्रमुख सदस्यों में से एक और गाजा पट्टी के उत्तरी भाग के कमांडर थे।