यमन में युद्ध और खून-खराबे की स्थिति
ईरानी नेता ईरान की ‘यमन के लिए चार-बिंदुओं वाली शांति योजना’ का जिक्र कर रहे थे, जिसे अप्रैल 2015 में ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने संयुक्त राष्ट्र को सौंपा था। खामेनेई ने रविवार को कहा कि पश्चिम एशिया एक ‘बहुत संवेदनशील और महत्वपूर्ण’ क्षेत्र है। उन्होंने इराक और सीरिया में आतंकवादी समूहों के समर्थन के जरिए ‘कुछ क्षेत्रीय देशों द्वारा निभाई गई विनाशकारी भूमिका’ के बारे में खेद व्यक्त किया, जिससे यमन में युद्ध और खून-खराबे की स्थिति बनी।
शत्रुतापूर्ण व्यवहार करने का हमारा कोई इरादा नहीं
उन्होंने कहा कि इन देशों के साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार करने का हमारा कोई इरादा नहीं है, लेकिन वे अमरीका के प्रभाव में हैं और ईरान के खिलाफ काम कर रहे हैं, जो अमरीका चाहता है। वहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि इस्लामाबाद क्षेत्र में सुरक्षा को महत्व देता है और एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में ईरान के साथ अपने संबंधों और सहयोग को बनाए रखेगा।