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आईएस के खात्मे के बावजूद डटी है अमरीकी सेनाईरानी राजदूत ने क्षेत्र में अमरीकी सेना की मौजूदगी को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि अपनी रक्षा के लिए क्षेत्रीय देशों के पास पर्याप्त स्थानीय बल है। उन्होंने कहा, “क्षेत्र में अमेरिकी की कूटनीति से अस्थिरता और संकट उत्पन्न होगा। इससे शांति के लिए किया गया हर प्रयास असफल होगा।” बता दें कि अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को इराक का अचानक दौरा किया था। 2017 में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद इराक में किस भी अमरीकी सैन्य शिविर में उनका यह पहला दौरा था।
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क्या है ईराक और सीरिया का भविष्यअमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेना को सीरिया से पूरी तरह से वापस लेने का आदेश दिया क्योंकि राष्ट्रपति का मानना है कि अमरीका ने युद्ध-ग्रस्त देश में आईएसआईएस को हरा दिया है। माना जा रहा है कि अमरीका के इस फैसले के बाद कुर्दिश लड़ाकों के भविष्य पर सवाल उठने लगेंगे जो कि इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से अब भी वहां लड़ रहे हैं। राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने बुधवार को सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट पर जीत की घोषणा की है।
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