कर्बला भी बर्फ में ढका
दूर-दूर तक सफेद बर्फ में ढके इलाकों को देखकर लोग बेहद उत्साहित हो गए। बर्फ की सफेद चादर राजधानी बगदाद ही नहीं कई शहरों में देखने को मिली थी। इसके अलावा शिया समुदाय का पवित्र शहर कर्बला भी बर्फ में ढका देखा गया। वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट का कहना है कि फरवरी महीने में इराक में बर्फ गिरना बेहद दुर्लभ है। इसके पीछे यूरोप की तूफान और बर्फीली हवाएं संभावित वजह हैं।
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साल 1914 में दिखा था ऐसा नजारा
आपको बता दें कि इस वर्ष से पहले साल 1914 में ऐसा नजारा देखने को मिला था। वहीं, 2008 में भी काफी बर्फबारी हुई थी। लेकिन उसकी मात्रा इतनी अधिक नहीं थी। वैसे आम दिनों की बात करें तो इराक में भीषण गर्मी का प्रकोप रहता है। बीते कुछ वर्षों में वहां का तापमान 51 डिग्री सेल्सियस के पार भी चला गया था।
48 घंटे में चार इंच से ज्यादा बर्फबारी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र का तापमान कनेक्टिव सिस्टम को काफी हद तक प्रभावित करता है। बीते कुछ सालों में जलवायु परिवर्तन के फलस्वरूप तापमान तेजी से बढ़ रहा है। इस साल की शुरुआत से ही मौसम के अलग तेवर देखने को मिल रहे हैं। मंगलवार से पहले 48 घंटे में चार इंच से ज्यादा बर्फबारी हुई, जिसके चलते तापमान गिरकर पांच डिग्री पहुंच गया।