अस्पताल में लग गया लाशों का अंबार
नसीरिया के पास कार में हुए आत्मघाती हमलों में 74 लोगों की मौत हो गई है। इस हमले के जिम्मेदारी आईएस ने ली है। नसीरिया के स्वास्थ्य निदेशक जासिम अल-खालिदी ने बताया कि शहर के अस्पताल में 50 शव आए। कुछ घायलों की गंभीर हालत देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। अस्पताल सूत्रों ने कहा कि मारे गए लोगों में 10 ईरानी शामिल हैं। ये लोग शिया तीर्थस्थल की यात्रा पर थे।
नसीरिया के पास कार में हुए आत्मघाती हमलों में 74 लोगों की मौत हो गई है। इस हमले के जिम्मेदारी आईएस ने ली है। नसीरिया के स्वास्थ्य निदेशक जासिम अल-खालिदी ने बताया कि शहर के अस्पताल में 50 शव आए। कुछ घायलों की गंभीर हालत देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। अस्पताल सूत्रों ने कहा कि मारे गए लोगों में 10 ईरानी शामिल हैं। ये लोग शिया तीर्थस्थल की यात्रा पर थे।
भीड़ पर फेंके बम और की गोलीबारी
बताया जा रहा है कि सबसे खतरनाक हमला पश्चिमी नसीरिया के एक रेस्टोरेंट के पास हुआ। यहां हमलावर ने रेस्टोरेंट के सबसे भीड़ वाले इलाके में खुद को उड़ा लिया। वहीं कुछ हथियारबंद आतंकियों के एक ग्रुप ने लोगों पर बम फेंकने शुरु कर दिए और गोलियां भी चलाई। पुलिस ने कहा कि चेकपोस्ट पर हुए हमले में कुछ पुलिसकर्मी मारे गए। लेकिन यहां हताहत हुए लोगों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है।
बताया जा रहा है कि सबसे खतरनाक हमला पश्चिमी नसीरिया के एक रेस्टोरेंट के पास हुआ। यहां हमलावर ने रेस्टोरेंट के सबसे भीड़ वाले इलाके में खुद को उड़ा लिया। वहीं कुछ हथियारबंद आतंकियों के एक ग्रुप ने लोगों पर बम फेंकने शुरु कर दिए और गोलियां भी चलाई। पुलिस ने कहा कि चेकपोस्ट पर हुए हमले में कुछ पुलिसकर्मी मारे गए। लेकिन यहां हताहत हुए लोगों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है।
सेना की कार्रवाई से बौखलाया आईएस
इराकी और कुर्दिश सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि मोसुल में की गई कार्रवाई के बाद आईएस बौखला गया है और ये हमले उसी बौखलाहट का नतीजा है। अधिकारियों ने बताया कि सुन्नी आतंकी संगठन ने अब छापामार लड़ाई का तरीका अपना लिया है। सीरिया के राक्का में भी आइएस पर घेराबंदी की जा चुकी है। यही शहर मध्य पूर्व और पश्चिम पर हमले का संचालन अड्डा रहा है।
इराकी और कुर्दिश सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि मोसुल में की गई कार्रवाई के बाद आईएस बौखला गया है और ये हमले उसी बौखलाहट का नतीजा है। अधिकारियों ने बताया कि सुन्नी आतंकी संगठन ने अब छापामार लड़ाई का तरीका अपना लिया है। सीरिया के राक्का में भी आइएस पर घेराबंदी की जा चुकी है। यही शहर मध्य पूर्व और पश्चिम पर हमले का संचालन अड्डा रहा है।
वापसी की दिए हैं संकेत
हमले के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि आईएस ने इन हमलों को अंजाम देकर अपने वापसी के संकेत दिए हैं। इस हमले से आइएस ने समर्थकों को संदेश दिया है कि यह समूह अभी भी मजबूत है और जमीन खोने के बाद भी इराक के अन्य हिस्सों में वह संचालित हो सकता है।
हमले के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि आईएस ने इन हमलों को अंजाम देकर अपने वापसी के संकेत दिए हैं। इस हमले से आइएस ने समर्थकों को संदेश दिया है कि यह समूह अभी भी मजबूत है और जमीन खोने के बाद भी इराक के अन्य हिस्सों में वह संचालित हो सकता है।
आईएस के चंगुल से मुक्त हुआ था मोसुल
आपको बता दें कि मोसुल शहर को इस्लामिक स्टेट का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ समय में इराकी सेना ने यहां से आईएस का सफाया कर दिया सेना ने अपना धव्ज फहरा दिया था। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने खुद ‘मुक्त’ कराए गए मोसुल में जीत की घोषणा की थी। तीन साल पहले जिहादियों ने मोसुल पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद पिछले लगभग नौ महीनों से सेना और आतंकियों में संघर्ष जारी था।
आपको बता दें कि मोसुल शहर को इस्लामिक स्टेट का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ समय में इराकी सेना ने यहां से आईएस का सफाया कर दिया सेना ने अपना धव्ज फहरा दिया था। इराकी प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने खुद ‘मुक्त’ कराए गए मोसुल में जीत की घोषणा की थी। तीन साल पहले जिहादियों ने मोसुल पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद पिछले लगभग नौ महीनों से सेना और आतंकियों में संघर्ष जारी था।