मौजूदा पीएम और विपक्षी दल के नेता के साथ की मुलाकात
गतिरोध को दूर करने के प्रयास के तहत राष्ट्रपति रुवेन रिवलिन ने नेतन्याहू और गेंट्ज को मुलाकात के लिए बुलाया और मजबूत सरकार बनाने के लिए एक समझौते पर पहुंचने को कहा। समाचार एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव समिति ने एक बयान में कहा कि संभावित कदाचार की सावधानीपूर्वक जांच करने के बाद फैसला लिया गया है। हालांकि, दक्षिणपंथी सत्तारूढ़ पार्टी अभी भी पूर्व रक्षा मंत्री बेन्नी गेंट्ज की अगुवाई वाली मध्यमार्गी ब्लू एंड व्हाइट पार्टी से पीछे है।
किन पार्टियों को कितनी सीटें मिली
ब्लू एंड व्हाइट को 33 सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा अरब-यहूदी ज्वाइंट लिस्ट पार्टी को 13 सीटों पर जीत मिली है। यह किंसेट (संसद) में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। वहीं, एविग्डोर लिबरमैन की पार्टी ‘इजरायल ऑवर होम’ को हाल के चुनावों में 8 सीटें मिली हैं। लिबरमैन ने धार्मिक पार्टियों के साथ उदार एकता वाली सरकार का आह्वान किया है।
बहुमत न मिलने के कारण पैदा हुआ था राजनीतिक संकट
शास ने नौ सीटें जीती हैं। यह एक यहूदी अति रुढ़िवादी पार्टी है, जबकि एक अन्य अति-रुढ़िवादी पार्टी यूनाइटेड तोरह जुडेसम ने सात सीटें जीती हैं। येमिना को सिर्फ सात सीटें मिली हैं। यह प्रो-सेटलर पार्टियों व नेतन्याहू की करीबी सहयोगी है। गौरतलब है कि अप्रैल के बाद हुए चुनाव में 120 सीटों वाली संसद में किसी भी पार्टी को पर्याप्त बहुमत नहीं मिला, जिससे वह सरकार बना सके। इसके चलते राजनीतिक संकट पैदा हो गया।