धांधली के बाद कराई गई थी दोबारा गिनती
दरअसल, वहां के चुनाव के बाद वोटों में धांधली की खबरें आईं थीं, जिसके बाद वहां के सुप्रीम कोर्ट ने आंशिक(Randomly) वोटों की गिनती के आदेश दिए थे। जिसके बाद ये नतीजे आए हैं। इस नतीजों के बाद भी सद्र और वामपंथियों के गठबंधन को मिली 54 सीटें महफूज हैं। आपको बता दें कि गठबंधन के पास अभी भी 329 सदस्यीय संसद में सर्वाधिक सीट मौजूद है।
सिर्फ एक सीट का फायदा
हालांकि इस बार की वोटों की दोबारा की गई गिनती में सिर्फ कॉन्क्वेस्ट गठबंधन दल को एक सीट का फायदा हुआ है। लेकिन इसके बाद भी वो दूसरे स्थान है। बता दें कि पहले की इस दल के पास पहले 47 सीटें थी, जोकि अब 48 हो चुकी हैं।
संसद सत्र बुलाने के लिए सिर्फ 15 दिन की मोहलत
गौरतलब है कि इस चुनाव के परिणाम के अनुसार प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी की पार्टी को मात्र 42 सीटों पर ही कामयाबी मिली हैं। सुप्रीम कोर्ट के चुनाव परिणाम की घोषणा के फैसले के बाद निर्वतमान राष्ट्रपति के पास संसद के सत्र को बुलाने का सिर्फ 15 दिन का समय उपलब्ध होगा। इसी मोहलत में उन्हें संसद सत्र बुलाकर नए राष्ट्राध्यक्ष को चुनना और गठबंधन सरकार को गठित करने की प्रक्रिया शुरू करनी होगी। आपको बता दें कि राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित सद्र पहले ही शिया अम्मार अल-हकीम की अल-हकीमा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की योजना कर चुके हैं। जानकारी के मुताबिक अल-हकीमा के पास 19 सीटें हैं और उनके दूसरे गठबंधन सहयोगी और निवर्तमान उपराष्ट्रपति इयाद अलावी के पास 21 सीटें हैं।