नमाज के दौरान तेज आवाज में गाने बजाना भी उल्लंघन
उल्लंघनों की सूची में यौन व्यवहार समेत नैतिकता के विपरीत व्यवहारों को भी अपराध माना गया है और उन्हें भी उल्लंघन की सूची में रखा गया है। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी के आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘नमाज की सूचना देने या नमाज के दौरान तेज आवाज में गाने बजाना भी उल्लंघन की सूची में रखा गया है।’ गौर करने वाली बात ये है कि नए नियम ऐसे समय में आए हैं जब सऊदी अपने दरवाजे विदेशी पर्यटकों के लिए भी खोल रहा है।
ये भी है अपराध
शनिवार को लागू हुए नए नियम के अनुसार, अन्य दंडनीय अपराधों में गंदगी करना, नस्लवाद को बढ़ावा देने वाले वाक्यों या तस्वीरों वाले कपड़े पहनना शामिल है। इसके साथ ही प्रतिबंधित पदार्थो का सेवन या पोर्नोग्राफिक सामग्री रखना या देखना और कतार में दूसरों के आगे लगने को भी दंडनीय अपराध माना गया है।
3000 रियाल तक का जुर्माना
मंत्रालय ने कहा कि इन प्रतिबंधों पर 50 रियाल (करीब 940 रुपए) से 3,000 (करीब 57 हजार रुपए) रियाल तक का जुर्माना है। हालांकि, इनमें से ज्यादातर व्यवहार सऊदी अरब में पहले से ही प्रतिबंधित है, लेकिन अभी तक किसी दंड का प्रावधान नहीं था। पहले ऐसे उल्लंघनों का निर्णय न्यायाधीश पर छोड़ दिया जाता था।
विदेशी महिलाओं को भी पहनने होंगे शालीन कपड़े
सऊदी ने अमरीका, यूरोप के शेंगेन क्षेत्र के सदस्य देश, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, ब्रुनेई, मलेशिया, सिंगापुर और ताईवान समेत 49 देशों के लिए टूरिस्ट वीजा जारी करने का प्रावधान लाकर दुनियाभर के लिए अपने दरवाजे खोल दिए। वैसे तो नियम में यह भी कहा गया कि दूसरे देश से यहां आने वाली महिलाओं को बुर्का पहनना अनिवार्य नहीं किया गया है। लेकिन,सऊदी कमीशन फॉर टूरिज्म एंड नेशनल हेरिटेज के निदेशक मंडल के चेयरमैन अहमद अल-खातिब ने कहा कि हालांकि विदेशी महिलाओं को शालीन कपड़े पहनने होंगे।