सऊदी अरब स्वास्थ्य परिषद के महासचिव अहमद अल अमीरी ने सोमवार को कैबिनेट के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए बताया कि इस फैसले के तहत उन्हें वीजा जारी किया जाएगा, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता का लोहा मनवाया है। उन्होंन उम्मीद जाहिर की कि सरकार की इस नई वीजा नीति से दुनिया भर के विशेषज्ञ सऊदी अरब की ओर आकृष्ट होंगे और सरकार की ओर से शुरू किए गए शोध कार्यक्रमों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
सऊदी अरब लंबे समय से कई तरह की संक्रामक बीमारियों से जूझ रहा है। इनमें मिडिल ईस्ट रेसपिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) वायरस भी शामिल है। इसकी वजह से लोगों को सांस संबंधी घातक बीमारी हो जाती है। 2012 से इसकी वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है। बताया जा रहा है कि वीजा नीति में बड़ा बदलाव स्वास्थ्य संबंधी इन समस्याओं से निपटने के लिए ही किया गया है।