हालांकि उनकी योजना विफल हो गई थी, डॉक्टर साद बच गए। खशोगी की तुर्की (Turkey) में हुई हत्या के पीछे प्रिंस सलमान के भेजे गए यही हत्यारों का दल था। डॉक्टर ने अमरीकी कोर्ट में दस्तावेजों को दखिल कर दिया। मोहम्मद बिन सलमान पर गंभीर आरोप लगे हैं। गौरतलब है कि डॉक्टर जबरी करीब तीन साल पहले निर्वासन में सऊदी अरब से बाहर कनाडा निकल गए थे। इसके बाद निजी सुरक्षा के साथ वे टोरंटो में रहते हैं।
अदालत के दस्तावेजों के अनुसार सऊदी अरब के हिटमैन उस समय असफल हो गए, जब कनाडा के बॉर्डर एजेंटों को उन पर संदेह होने लगा।। ये लोग उस समय टोरंटो के एयरपोर्ट के जरिए कनाडा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। डॉक्टर जबरी लंबे समय तक सऊदी अरब में ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI6 और अन्य पश्चिमी खुफिया के लिए काम करते रहे हैं।
जबरी को मरवाने का प्रयास किया वॉशिंगटन डीसी में दायर की गई 106 पेज की शिकायत में आरोप लगाए गए हैं कि डॉक्टर जबरी को खामोश करने के लिए सऊदी प्रिंस ने उन्हें मरवाने का प्लान रचा था। डॉक्टर जबरी ने कहा कि उनके पास कई अहम सूचनाएं हैं। दस्तावेजों में कथित रूप से भ्रष्टाचार और सऊदी प्रिंस के किराए के सिपाहियों के ‘टाइगर स्क्वाड’ के संबंध में जानकारियां शामिल हैं।
गौरतलब है कि टाइगर स्क्वाड के सदस्यों ने ही वर्ष 2018 में पत्रकार जमाल खशोगी की तुर्की में सऊदी दूतावास में निर्मम हत्या कर दी थी। जमाल की लाश तक बरामद नहीं हो सकी थी। बताया जा रहा है कि खशोली के शरीर के कई टुकड़े कर दिए गए थे। इस दौरान डॉक्टर जबरी सऊदी अरब से तुर्की गए और इसके बाद वे कनाडा में रहने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रिंस ने कई बार उन्हें देश में लौट का आग्रह किया है। कई बार उन्होंने मोबाइल पर मैसेज भी दिए। एक मैसेज में प्रिंस का कहना था कि हम निश्चित रूप से आपके पास पहुंच जाएंगे।