देश के राजनीतिक हालात में अनिश्चितता बनी हुई हालांकि बशीर के जाने को एक आम सहमति मिली हुई है लेकिन सेना के सत्ता पर काबिज होने के बाद देश के राजनीतिक हालात में अनिश्चितता बनी हुई है। उमर अल-बशीर के 30 साल के शासन के खत्म होने से पहले सूडान में लगभग चार महीने तक जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए। लेकिन अल-बशीर के बाद आई नई सत्ता के खिलाफ खड़े होने में प्रदर्शनकारियों को 24 घंटे से भी का वक्त लगा। शुक्रवार की शाम को जनरल इब्न औफ ने लेफ्टिनेंट जनरल अब्देलफतह अल-बुरहान को देश की सत्ताधारी सैन्य परिषद का नेतृत्व करने के लिए नामित किया। बता दें कि एक दिन पहले ही जनरल इब्न औफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
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