दावा किया जा रहा है कि आतंकवादियों का समूह काटेब अल-एज़ा संगठन से जुड़ा हुआ था। गुरुवार शाम आतंकियों का यह समूह हामा शहर के आसपास के रणनीतिक सैन्य स्थानों में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन सीरियाई सेना के खोजी दस्ते ने उनको ढूंढ निकाला। खबरों में सीरिया-अरब संयुक्त सेना के हवाले से दावा किया गया है कि सभी आतंकी मार डाले गए हैं। हालांकि इसकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है। उधर सहयोगी ताकतों के समर्थन के साथ सीरियाई अरब सेना ने स्वीडिडा शहर के पूर्वी बडिया में आईएसआईएस के शेष गुटों के लिए अपनी खोज जारी रखी है। सेना इस समय अलकायदा के सहयोगी संगठनों के साथ उत्तर-पश्चिमी हिस्से में कया अल-बनत पर नियंत्रण प्राप्त करने की कोशिश में लगी है।
आईएसआईएस आतंकियों के साथ टकराव के बाद अल-सफा का भारी रूप से मजबूत क्षेत्र भी सेना के कब्जे में आता दिख रहा है। सेना ने कबर अल-शेख, मास्किन शहर के पश्चिम और दक्षिणपश्चिम कई क्षेत्रों को भी मुक्त कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि सेना की आतंकियों के खिलाफ काउंटर अटैक करने की नीति रंग लाती दिखाई दे रही है। बता दें कि राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि सीरिया के कब्जे वाले क्षेत्र को विद्रोहियों से मुक्त कराना ही उनका अगला लक्ष्य है। इसके तहत ही सीरिया ने यह नीति अपनाई है। ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यमून राइट्स के अनुसार दक्षिण-पश्चिम प्रांतों में गुरुवार को भारी गोलाबारी हुई है। उधर भारी बमबारी और लड़ाई के बीच सीरिया में आम लोगों के लिए जीवन की परिस्थितियां दिन ब दिन मुश्किल होती जा रही हैं। युद्ध की भारी विभीषिका से जूझते इस देश में सैकड़ों निर्दोष लोग रोज मारे जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने एक बार फिर से सभी पक्षों से शांति बहाल करने की अपील की है ।