इस वजह से लावारिस होती है कार
बताया जा रहा है कि दुबई में शरियत नाम का एक कानून है। इस कानून के अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति चेक से या उधार कोई कार खरीदता है अगर वह रकम की अदायगी नहीं कर पाता है तो उसे जेल जाना पड़ता है। इसी कानून के आधार पर यहां के कई डिफाल्टर फर्जी चेक से महंगी कारें खरीदते हैं। जब ये चेक बाउंस हो जाता है तो लोग कारें छोड़कर फरार हो जाते हैं। फर्जी चेक की वजह से प्रशासन को कार के असली मालिक का पता नहीं चल पाता जिसकी वजह से हजारों की संख्या में कारें लावारिस हालत में पड़ी मिलती हैं। यहां के लोगों ने इस कानून का इतना मजाक बना दिया है कि सरकार भी अब सोच में पड़ गई है।
तीन हजार से ज्यादा लावारिस कार
दुबई में पिछले कुछ सालों में तीन हजार से अधिक लावारिस कारों के मामले दर्ज हुए हैं। ये कारें एयरपोर्ट या किसी सार्वजनिक स्थलों पर अधिक पायी गई थी। इन कारों में 23 लग्जरी महंगी कारें थी। ऐसी कारें अक्कर उद्योगपतियों या फिर नेताओं के पास अधिक होती हैं। लेकिन दुबई में लावारिस महंगी कारों के मामले में बढ़ोतरी यह दिखा रही है कि लोग किस तरह से सरकार को चूना लगा रहे हैं।