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…तो इसलिए भारत समेत दुनिया के इन देशों में पॉर्नोग्राफी पर है पाबंदी, पर यहां मिली है मान्यता हमेशा चेहरा ढंककर रखती थीं वफा ने अनुसार सऊदी अरब में वह हमेशा चेहरा ढंककर रखती थीं। इसी वेश मेें खाना पकाना होता था। हम एक गुलाम की जिंदगी जी रहे थे। वहां के लोग यह नहीं चाहते हैं कि हम भी वास्तविक जिंदगी जीएं। उन्होंने कहा कि जार्जिया एक छोटा देश है और परिवार का कोई भी सदस्य यहां पर पहुंच सकता है। वह एक ऐसा देश चाहती हैं जहां उनके अधिकारों का संरक्षण हो। दोनों महिलाओं ने ट्विटर पर अपना अकाउंट एटजार्जियासिस्टर्स के नाम से बनाकर अंतर्राष्ट्रीय मदद मांगी है।
वीजा की जरूरत नहीं होती वह जार्जिया में आसानी पहुंच गईं क्योंकि यहां सऊदी नागरिकों को प्रवेश के लिए वीजा की जरूरत नहीं होती। परेशान दोनों बहनें गुरुवार को जार्जिया के आव्रजन विभाग पहुंचीं। ये पूछने पर कि उन्हें अपने देश से क्यों डर लगता है तो उन्होंने कहा कि हम महिलाएं हैं। सऊदी अरब में काम करने या यात्रा करने के लिए महिलाओं को अपने पुरुष अभिभावकों से अनुमति लेनी पड़ती है। वफा ने कहा कि परिवारवाले उन्हें रोज धमकातें हैं।
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दुनिया का सबसे छोटा पाव भर का बच्चा सात महीने बाद पहुंचेगा घर होटल के कमरे में बंद कर लिया था इसी साल जनवरी में सऊदी अरब की किशोरी रहाफ मोहम्मद अपना देश छोड़कर थाईलैंड पहुंच गई थी। खुद को होटल में बंद कर लिया था। इस दौरान ट्विटर पर उन्होंने अपने लिए मदद मांगी। उन्हें कनाडा में शरण मिल गई थी। इसी साल मार्च में दो अन्य सऊदी बहनों को हांगकांग में मानवीय आधार पर वीजा दिया गया। दोनों बहनें इससे पहले हांगकांग में किसी तरह छिपकर रह रही थीं।
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