अमरीका ने ईरान से तेल के आयात करने के मुद्दे पर अपना रवैया बदलते हुए भारत को अब और अधिक छूट देने से मना कर दिया है।
अमरीका ने एक तरह से भारत को साफ़ संदेश दिया है कि चूंकि हम मसूद अज़हर के मुद्दे पर खुलकर समर्थन कर रहे हैं, इसलिए बदले में भारत को भी ईरान से तेल आयात को समाप्त कर देना चाहिए।
भारत और अमरीका के अधिकारियों के बीच वर्तमान में इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए काफी गहन परामर्श चल रहा है।
भारत चीन के बाद ईरान से तेल खरीदने वाला दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है। भारत के लिए छूट 1 मई को समाप्त हो जाती है, यानी कि 2 मई से भारत ईरान से तेल आयात नहीं कर सकता है।
दिल्ली के साथ अपनी बातचीत में ट्रंप प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि चाबहार बंदरगाह परियोजना के विकास की छूट जारी रहेगी।