मेडिकल उपकरणों की कमी से जूझ रहा अमरीका, करीब 8000 वेंटिलेटर अन्य देशों को देगा दरअसल रियाल से 4 जीरो हटाने की बातें साल 2008 से चल रही हैं। लेकिन इसको मजबूती साल 2018 से मिली। 2018 में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर बेहद सख्त प्रतिबंध लगा दिए थे। अमरीका ने 2015 में ईरान के साथ हुई न्यूक्लियर डील को निरस्त कर दिया था। इसके बाद रियाल अपनी 60 प्रतिशत से ज्यादा की कीमत खो चुका है। फॉरेन एक्सचेंज की की रिपोर्ट के अनुसार बीते सोमवार तक रियाल की हालत इतनी खराब हो चुकी थी कि एक डॉलर के मुकाबले एक लाख 56 रियाल का स्तर आ गया था।
ईरान के सेंट्रल बैंक के अनुसार इससे देश के आर्थिक हालातों में सुधार आएंगा और वैश्विक स्तर पर डॉलर के सामने देश की करेंसी को मजबूती मिलेगी। हालांकि विशेषज्ञों की राय है कि इससे वैश्विक स्तर पर भले ईरान की स्थिति सुधरे लेकिन देश के भीतर महंगाई पर कोई असर नहीं होगा। अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक ईरान को बड़े स्तर पर आर्थिक सुधारों की जरूरत है।