अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का 39वां विदेश दौरा है भारत, इससे पहले इन देशों का कर चुके हैं यात्रा नष्ट किए गए लक्ष्य फज अत्तन,अल अमद कैम्प और अल नहदैन पर्वत में थे। यमन के कर्नल अल मलिक के अनुसार ईरान इस तरह आम जनता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश में था। मलिक ने कहा कि यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय ह्यूमेनिटेरियन लॉ के तहत की गई है। सऊदी गठबंधन सेना ने अपने बचाव को लेकर यह कदम उठाया है। अपने नागरिकों को बचाने और ऐतिहात के तौर पर यह फैसला लिया गया।
गठबंधन सेना इसका पता लगा रही है कि यह किस तरह का हमला होने वाला था। इसके पीछे की साजिशों का पता लगाया जा रहा है। पुख्ता सबूत एकत्र किए जा रहे हैं। यह पता करने की कोशिश हो रही है कि इस हमले में किस संगठन का हाथ हो सकता है।