scriptडॉक्टरों की लापरवाही से चली गई बच्ची की जान | 11 year old children death in hospital | Patrika News

डॉक्टरों की लापरवाही से चली गई बच्ची की जान

locationगुनाPublished: Oct 17, 2019 10:36:27 am

Submitted by:

Manoj vishwakarma

परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकीय लापरवाही की वजह से उनकी 11 साल की बच्ची की मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया।

death.jpg

गुना/आरोन. सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकीय लापरवाही के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार को फिर आरोन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकीय लापरवाही की वजह से उनकी 11 साल की बच्ची की मौत हो गई। घटना से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया। पीडि़त की रिपोर्ट पर पुलिस ने चिकित्सकीय लापरवाही का मामला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है। घटना बुधवार दोपहर 11 बजे की है।

आरोन के बरवटपुरा निवासी सत्तार खान अपनी 11 साल की बच्ची सना को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आरोन पर लाया। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने लड़की की मां शहनाज़ को दवा की एक पर्ची लिखकर दी। वह उक्त पर्ची को लेकर नजदीक स्थित मेडीकल स्टोर पर गई और दवा लाकर डॉक्टर को दे दी।

 

इसके बाद डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाने के लिए नर्स से कह दिया और गोलियां स्वयं डॉक्टर ने ही खिलार्र्ई। कुछ देर बाद बच्ची की हालत बिगड़ गई और मौत हो गई। यह देखते ही बच्ची के परिजन सकते में आ गए और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना था कि दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। मामला बिगड़ता देख डॉक्टर ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने परिजनों की गुहार सुनी और उनके कहे अनुसार मामला दर्ज कर लिया। जिसके बाद ही बच्ची का पीएम हो सका।

पूर्व में चुकी हैं घटनाएं

आरोन में बीते 6 माह में आधा दर्जन घटनाएं ऐसी हो चुकी हैं जिनमें मरीज की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा मचाया है। ड्यूटी डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप भी लगाया गया है।

यह बोले जिम्मेदार

परिजनों द्वारा लगाए गए चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप गलत हैं। बच्ची की हालत पहले से ही बिगड़ी हुई थी। हमने बस उसे कुछ समय के लिए देखा ही था कि उसकी मौत हो गई। न तो हमने बाहर से दवा मंगवाई है और न ही इंजेक्शन लगाया। बच्ची का पीएम कराने के लिए पुलिस की जरूर मदद ली थी।

डॉ. रामलखन पिप्पल, बीएमओ

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो