script2 लाख 53 हजार 500 रुपए खर्च के बाद भी 4 साल से बंद पड़ी नलजल योजना | 2 lakh 53 thousand plan, even after spending 4 years stopped | Patrika News

2 लाख 53 हजार 500 रुपए खर्च के बाद भी 4 साल से बंद पड़ी नलजल योजना

locationगुनाPublished: Mar 20, 2020 09:46:31 pm

Submitted by:

Narendra Kushwah

नलजल योजना मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए का भ्रष्टाचारनिजी बोर संचालकों से 500 रुपए प्रति माह में खरीदना पड़ रहा पानीजल संकट से जूझ रही बमोरी जनपद की फतेहगढ़ पंचायत

2 लाख 53 हजार 500 रुपए खर्च के बाद भी 4 साल से बंद पड़ी नलजल  योजना

2 लाख 53 हजार 500 रुपए खर्च के बाद भी 4 साल से बंद पड़ी नलजल योजना

गुना/फतेहगढ़ . जिले के किसी भी गांव में पेयजल को लेकर आमजन को परेशान न होना पड़े, इसके लिए सरकार ने हर गांव में नलजल योजना लागू की है। जिसके क्रियान्वयन के लिए सरकार ने संबंधित विभाग को पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया है। यही नहीं समय-समय पर योजना के मरम्मत कार्य के लिए भी राशि मुहैया कराई जा रही है। लेकिन संबंधित विभाग व निर्माण एजेंसी सांठगांठ कर इस राशि को खुर्दबुर्द कर कागजों में खर्च होना दर्शा रही हैं। जबकि हकीकत में नलजल योजना चालू तक नहीं है। ग्रामीणों को निजी बोर संचालकों से 500 रुपए प्रति माह में पेयजल खरीदना पड़ रहा है। इस तरह के हालात बमोरी जनपद की ग्राम पंचायत फतेहगढ़ में सामने आए हैं।
जानकारी के मुताबिक साढ़े 4 हजार की आबादी वाले ग्राम फतेहगढ़ में बीते 4 साल से नलजल योजना बंद पड़ी है। गांव में कुल 9 सरकारी हैंडपंप हैं लेकिन वर्तमान में एक भी चालू हालत में नही है। वहीं 3 सरकारी ट्यूबवैलों में से सिर्फ एक ही चालू है। ऐसे हालातों में संपूर्ण ग्रामीणों का एक मात्र सहारा निजी बोर संचालक ही हैं। जिनसे ग्रामीणों को 500 रुपए प्रति माह के हिसाब से पानी खरीदना पड़ रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना गांव के पठार मोहल्ला में रहने वाले गरीब व मजदूर वर्ग को करना पड़ रहा है। यहां बता दें कि शासन ने नजजल योजना पठार मोहल्ला में रहने वाले गरीब वर्ग को ध्यान में रखते हुए मंजूर की थी। लेकिन वे ही इस योजना के लाभ से वंचित हैं। लेकिन अब तक इस ओर न कोई जनप्रतिनिधि का ध्यान गया है और न ही आला अधिकारी का।

एक नहीं दो बार कागजों में हो गई मरम्मत
जानकारी के मुताबिक फतेहगढ़ गांव के पठार मोहल्ला में नलजल योजना का निर्माण पीएचई विभाग द्वारा किया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि योजना के तहत उन्हें डेढ़ साल तक तो पानी मिला लेकिन इसके बाद अचानक से पेयतल सप्लाई बंद हो गई। जिसका कारण मोटर खराब होना बताया गया। यहां बता दें कि नलजल योजना की देखरेख का जिम्मा ग्राम पंचायत पर था। विभाग के पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण नलजल योजना का पहली बार मरम्मत कार्य 18 दिसबर 2017 को हुआ। इस दौरान नवीन थ्री फेस मोटर पंप स्थापना, पाइप लाइन कार्य एवं चौराहा टंकी मोटर पंप के लिए पाइप लाइन की मरम्मत के कार्य पर 138500 रुपए की राशि खर्च की गई। इसके बाद एक बार फिर 7 मई 2018 को नलजल योजना अंतर्गत नलकूप में थ्री फेस मोटर पंप स्थापना कार्य पर 115000 रुपए की राशि खर्च की गई। इस तरह मरम्मत कार्य पर कुल 2 लाख 53 हजार 500 रुपए खर्च होने के बाद भी फतेहगढ़ की साढ़े 4 हजार आबादी को 500 रुपए प्रति माह खर्च कर निजी बोर संचालकों से पानी खरीदना पड़ रहा है।

्र्रग्रामीणों की परेशानी उनकी जुबानी
नलजल योजना बीते चार सालों से बंद पड़ी है। पीने के पानी के किए बहुत परेशान होना पड़ रहा है। सरपंच से कई बार बोल चुके हैं लेकिन वह कहता है हम जब चाहेंगे तब चलाएंगे। गांव वालों की इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
भूरे सिंह कलावत, ग्रामीण

गांव के कुल 9 हैंडपंप में से एक भी चालू नहीं है। नलजल योजना चार साल से बंद पड़ी है। जबकि कागजों में दो बार उसका मेंटीनेंस हो चुका है। मजबूरीवश गांववालों को निजी बोर संचालकों से 500 रुपए महीने में पानी खरीदना पड़ रहा है।
भगवत ङ्क्षसह कलावत, ग्रामीण

हमारे पठार मोहल्ला में नलजल योजना 4 साल से बंद पड़ी है। इसके बाद भी ग्रामीणों के पास नल का बिल भेजा रहा है। पिछले काफी समय से पठार मोहल्ला पर रहने वाले सभी ग्रामीणों ने 500 रुपए महीने में एक निजी बोर संचालक से कनेक्शन ले रखा है।
गोपाल बैरागी, पठार मोहल्ला

यह बोले जिम्मेदार
फतेहगढ़ गांव में इस समय कोई हैंडपंप चालू हालत में नहीं है। नलजल योजना की पाइप लाइन चौक हो चुकी है तथा अधिकांश ग्रामीणों ने बिल जमा नहीं किया। इसलिए पेयजल सप्लाई नहीं हो रही है। योजना के मरम्मत कार्य में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।
रामचरण भार्गव, सरपंच
ग्राम पंचायत फतेहगढ़

फैक्ट फाइल
फतेहगढ़ गांव की कुल आबादी : 4993
नलजल योजना का निर्माण : 2013-14
कुल हैंडपंप : 09 (चालू एक भी नहीं)
कुल ट्यूबवैल : 03 (चालू हालत में एक)
टंकी की भराव क्षमता : 50000 लीटर
कुल मरम्मत खर्च : 253500 रुपए
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