कप सिरप का भी बढ़ा कारोबार: उधर, नशे के लिए शहर में एविल इंजेक्शन के अलावा कप सिरप का भी व्यापक स्तर पर कारोबार हो रहा है। पहले कोडीन नाम की शीशी की बिक्री बढ़ी, जिसे कंपनी ने बंद कर दिया है। इसी तरह कोरेक्स भी बंद कर दिया है। अब इनके विकल्प में बाजार में आईं सिरप का इस्तेमाल हो रहा है। इसके अलावा एल्ट्रोजोलम नाम की टेबलेट का भी लोग नशे के रूप में उपयोग कर रहे हैं। कई दवाओं की बिक्री पर प्रतिबंध भी लगा दिया है। इसके बाद भी बिना पर्चे के दवाओं की बिक्री हो रही है। इस पर अंकुश नहीं लगा है।
मेडिकल संचालकों में हडकंप, जुटाए दस्तावेज: उधर, मेडिकल संचालकों में प्रशासन की कार्रवाई से हड़कंप है। अब तक ड्रग इंस्पेक्टर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते आ रहे थे। मापदंडों के अनुसार भी मेडिकल नहीं चल रही हैं, इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। प्रशासन की स ती के बाद रविवार को कई मेडिकल बंद रही, लेकिन उनके अंदर काम जारी रहा। कुछ लोगों ने एक्सपायरी डेट की दवाओं को छांटा तो किसी ने बिल एकत्रित किए। कई लोग बिक्री के बिल भी तैयार करने में जुटे रहे।
दो सदस्यता निरस्त
उधर, केमिस्ट एसोसिएशन ने बोर्ड की बैठक रखी। इसमें प्रशासन की कार्रवाई को सही ठहराया। बैठक में निर्णय लेकर संजय मेडिकल स्टोर और इसे माल देने वाले कांसल मेडिकल की सदस्तय निरस्त कर दी। इसके अलावा कोई व्यापारी इनसे लेनदेन भी नहीं करेगा।