उधर, पगारा का पंजीयन केंद्र पिछले पांच दिनों से बंद पड़ा है। किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पगारा के किसान रामवीर शर्मा, सुरेश शर्मा, शिवराम सिंह रघुवंशी आदि ने बताया, पंजीयन कराने की २० सितंबर अंतिम तिथि बताई जा रही है, लेकिन यहां पर संचालित केंद्र पिछले ५ दिन से बंद है। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों किसानों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
लगातार हो रही बारिश से जिले के सैकड़ों गांवों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। हजारों हेक्टेयर भूमि की फसल बाढ़ के कारण नष्ट हो गई है। सबसे ज्यादा नुकसान नदी किनारे के गांवों में हुआ है जहां नदी किनारे व आसपास खेतों में बाढ़ का पानी निकलने से पूरी की पूरी फसल तबाह हो गई है। अशोकनगर, चंदेरी, ईसागढ़ व मुंगावली तहसील के कई गांव के खेतों का पानी निकलने से सोयाबीन उड़द की फसलें बह गईं।