सुबह सात बजे से पहले ही मतदान केन्द्रों के बाहर लोगों की कतारें लग गई थीं। मौसम भी ठंडा था और तेज हवाएं चल रही थीं। हालांकि पहले एक घंटे में मतदान स्लो रहा और करीब 5 प्रतिशत लोगों ने ही वोट डाला। इसके बाद धीरे-धीरे मतदान का प्रतिशत बढ़ता गया और अंत तक मतदान 70 प्रतिशत के करीब पहुंच गया। जो पिछले लोकसभा चुनाव से करीब 9 प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि दोपहर 3 बजे के 5 बजे के बीच मतदान की गति धीमी रही।
धीमी मतदान प्रक्रिया से नाराज वोटर
धरनावदा के हाईस्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र मतदान प्रक्रिया काफी धीमी रही। जिससे अधिकांश मतदाता नाराज दिखे और कई लोग तो बिना वोट डाले ही चले गए। कई वोटर कई मतदाता ऐसे भी थे जिनके घर मतदाता पर्ची नही पहुंची थी। जबकि कुछ लोगों का नाम मतदाता सूची में नहीं मिले। जबकि उन्होंने विधानसभा चुनाव में वोट डाला था। कुछ वोटर्स परिचय पत्र न होने के कारण वापस लौट गए। मतदान केंद्र पर शाम तक 59 प्रतिशत वोटिंग हुई।
म्याना में 70 प्रतिशत हुआ मतदान
म्याना : कस्बे के लोगों ने मतदान में जबरदस्त उत्साह दिखाया और शाम तक 70 प्रतिशत तक मतदान हुआ। मतदान को लेकर लोगों में इतना अधिक उत्साह था कि सुबह से ही मतदान केंद्र के बाहर लंबी लाइन लग गई थी। खास बात रही कि दोपहर 12 बजे तक मौसम की मेहरवानी रही और बादल छाने से लोग धूप से बचे रहे।
खराब ईवीएम व वीवीपीएटी मशीनों को बदला गया
लोकसभा चुनाव के दौरान अच्छी बात यह रही कि ईवीएम मशीनों में अधिक खराबी नहीं आई। जिले भर में चार-पांच जगहों पर ही ईवीएम मशीन बदलवानी पड़ी। जबकि 25 जगहों पर वीवीपीएटी मशीनों को बदलवाया गया। गुना शहर के केन्द्र क्रमांक 112 पर पीठासीन अधिकारी ने क्लोज का बटन दबा दिया, जिससे मशीन बंद हो गई और मतदान करीब 1 घंटे तक रुका रहा।
वहीं केन्द्र क्रमांक 49 पर बैटरी लो होने के कारण मशीन को बदला गया। राघौगढ़ में केन्द्र क्रमांक 77 पर सुबह के समय मशीन खराब होने से करीब एक घंटे तक मतदान प्रभावित हुआ। कलेक्टर ने बताया कि मतदान के दौरान 4 कंट्रोल यूनिट, चार वेलेट मशीन और 9 वीवीपैट को बदला। मोकपोल के दौरान 15 वीपीपैट बदले गए।
जजों ने किया मतदान, चुना नेता
मतदान करने में कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार और एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के अलावा न्यायधीश भी आगे रहे। जिला एवं सत्र न्यायधीश राजेश कुमार कोष्ठा और विशेष न्यायधीश प्रदीप कुमार मित्तल अपने परिवार के साथ मतदान करने के लिए पहुंचे और मतदान किया। इसके पूर्व कलेक्टर-एसपी ने भी मतदान करके मतदाताओं को वोट करने के लिए प्रेरित किया। इसी तरह गुना शहर में हर वर्ग के व्यक्ति ने मतदान किया।
यहां तक की राजस्थान, महाराष्ट्र और बिहार से आकर लोगों ने अपना नेता चुनने के लिए वोट डाला। सिंगवासा में बड़ी संख्या में श्रमिकों ने भी मतदान कर लोकतंत्र के लोक उत्सव में अपनी सक्रिय भागेदारी का परिचय दिया। रविवार को 40 डिग्री तापमान होने के बाद भी मतदाताओं में उत्साह कम नहीं हुआ। लोग दोपहर 12 से 4 बजे के बीच भी बड़ी संख्या में मतदान करने पहुंचे। इसमें कर्मचारी, व्यवसायी, वकील, शिक्षाविद शामिल रहे।
क्राइस्ट स्कूल में हुआ हंगामा
शहर के क्राइस्ट स्कूल में बनाए गए मतदान केन्द्र पर भी हंगामा हुआ। यहां एक महिला का कहना था कि वह अभी वोट डालने आई है, लेकिन उसका वोट तो पहले ही डल चुका है। हंगामे की जानकारी लगते ही कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार व एसपी राहुल कुमार लोढ़ा मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
एसपी ने किसी भी तरह के हंगामे की बात से इंकार करते हुए कहा कि वे केन्द्र पर पहुंचे थे। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने बताया, किसी महिला ने शिकायत की थी, कि वे किसी का वोट डलवा रहे हैं। लेकिन जब वहां पहुंचे तो कौन सा केन्द्र था, कौन पीठासीन अधिकारी था, ये कुछ क्लियर नहीं हुआ। एजेंटों से भी बात की, उन्होंने भी किसी तरह के विवाद से इंकार किया।
12 मई को मतदान दिवस के अलावा इस दिन मदर्स डे भी मना। इस दिन बेटे अपने मां को पोलिंग बूथ पर लेकर गए और संसद में अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए मताधिकार का प्रयोग कराया। सामाजिक कार्यकर्ता पुष्पराग और उनके भाई पदमराग अपनी मां के साथ पोलिंग बूथ पर पहुंचे और मतदान किया।
वोटिंग से पहले रात में रिजर्व ईवीएम घर ले गए सेक्टर अधिकारी, सस्पेंड
वोटिंग से पहले रात में सेक्टर अधिकारी एके श्रीवास्तव रिजर्व ईवीएम मशीन अपने साथ घर ले गए। जैसे ही इसकी जानकारी लगी सहायक रिटर्निंग अधिकारी शिवानी गर्ग ने ईवीएम जप्त कर ट्रेजरी में जमा कराई।
वहीं सेक्टर अधिकारी को तत्काल प्रभाव से उनके सेक्टर का प्रभार नायब तहसीलदार को दिया गया है। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने बताया कि ईवीएम में किसी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है, उसकी सील लगी हुई मिली है और उसका परीक्षण भी करवा लिया गया है।
इस संबंध में निर्वाचन आयोग को सूचित किया गया है। आगामी कार्रवाई आयोग के निर्देशन में होगी। उल्लेखनीय है कि दुगा्र कालोनी में जैसे ही मशीन श्रीवास्तव के घर में दिखी तो लोगों ने प्रशासन को फोन लगाया। इसके बाद अफसरों ने पहुंचकर मशीन को जब्त किया और सेक्टर अधिकारी को निलंबन की कार्रवाई की गई।
वोट के लिए लगी रही होड़
मतदान में दुल्हा-दुल्हन भी पीछे नहीं रहे। कहीं दुल्हा तो कहीं दुल्हन ने वोट डाला। शादी के सात फेरे पूरे होने के बाद अन्नपूर्णा कालोनी निवासी शैलेन्द्र भार्गव दुल्हन को साथ लेकर पहले वोट डालने पहुंचे। शादी गायत्री मंदिर में हुई। धरनावदा में दुल्हा बने कन्हैया लाल अहिरवार ने घर से बारात विदा होने के पहले मतदान किया। वे घोड़े पर ही अपने मतदान केन्द्र तक पहुंचे।