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एक-दूसरे को पटखनी देने की जुगत में लगे नेता… देखें पूरा मामला!

locationगुनाPublished: Apr 16, 2018 07:11:20 pm

चुनाव आते ही गरमाई राजनीति

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गुना। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा और कांग्रेस में सक्रियता तो बढ़ रही है लेकिन गुटबाजी और अंतकर्लह भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक और युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव अगले माह होना है, अध्यक्ष बनने की चाहत में दावेदार एक-दूसरे को फंसाने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा में बमौरी विधानसभा सीट जहां से आधा दर्जन से अधिक दावेदार हैं, वे इतने सक्रिय हो गए हैं कि अपनी ही पार्टी के दूसरे दावेदारों को मात और शह देने के खेल में लगे हैं।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा गुना में कार्यकारिणी बनने के बाद महत्वपूर्ण पदों पर विराजे कुछ पदाधिकारी अपने स्वार्थ के खातिर गुटबाजी में इतने फंस गए हैं कि वे अब अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता या पदाधिकारी को फूटी आंखें देखना सुहा नहीं रहे हैं।

यहां तक कि एक-दो पदाधिकारियों ने तो पार्टी की बैठकों में आना तक बंद कर दिया है। इस गुटबाजी का नजारा बीते रोज भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में अम्बेडकर जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उस समय देखने को मिला जब भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राधेश्याम पारीक की गैर मौजूदगी में नगर पालिका अध्यक्ष राजेन्द्र सलूजा का गुबार फूट ही पड़ा।उन्होंने यहां तक कह दिया कि जिला स्तर पर गुटबाजी चरम सीमा पर है। नगर पालिका को केन्द्र व प्रदेश सरकार से भरपूर बजट मिल रहा है, विकास कार्य हो रहे हैं, लेकिन पार्टी स्तर पर इसका कोई प्रचार नहीं हो रहा है।

गुटबाजी से जिलाध्यक्षों का इंकार
चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। अपने विचार तो रखने का अधिकार है। लेकिन अनुशासनहीनता नहीं होने दी जाएगी। यूथ कांग्रेस के जो पदाधिकारी लड़े थे उनको भी समझा दिया है। एकता पर जोर तो हम सब और ज्यादा दे रहे हैं।

योगेन्द्र लुम्बा कांग्रेस
भाजपा में न गुट है और न बाजी है। एकजुटता से काम करके चारों विधानसभा सीटों पर विजयश्री के लिए काम कर रहे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष ने गुटबाजी को लेकर कुछ कहा है तो इसकी तलाश कराएंगे।

राधेश्याम पारीक जिलाध्यक्ष भाजपा
सलूजा ने पूछा-उपद्रवियों पर क्यों नहीं कराई कार्रवाई: भाजपा नेताओं की उपस्थिति में हुई इस बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष राजेन्द्र सलूजा ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि दो अप्रैल को जिन्होंने उपद्रव किया, उनकी गिर तारी के प्रयास तक नहीं किए। न ही दूसरे उपद्रवियों को चिन्हित कराने के लिए पुलिस से बात करना महसूस ही नहीं किया।

गुना-बमौरी को लेकर राजनीति तेज:
गुना-बमौरी विधानसभा को लेकर भाजपा के नेताओं में राजनीति इस कदर गरमा गई है। इन क्षेत्रों में आयोजित किसी भी कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में वे लोग पीछे नहीं हैं जो टिकिट की चाहत में लगे हुए हैं। खास बात तो ये है कि टिकट के दावेदार ये नेता एक-दूसरे को कोसते हुए किसी भी चौराहे या कार्यक्रम में देखे जा सकते हैं।

कांग्रेस में भी गुटबाजी:
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस में जहां एक और क्षेत्र से कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का गुट है वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का गुट है। कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी को लेकर कार्यक्रमों में उपस्थिति दिनों-दिन कम होती जा रही है। बीते रोज कांग्रेस के गुना जिला प्रभारी अशोक शर्मा यहां आए थे उन्होंने कार्यकर्ताओं से यहां तक कह दिया था कि 14 साल का वनवास काटकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवाना है तो इसके लिए मनमुटाव दूर करके एकजुट होकर प्रयास ही करना होंगे। यही बात जिला कांग्रेस के दूसरे वरिष्ठ नेता भी समय-समय पर कहते रहे।

यूथ कांग्रेस के चुनाव अगले माह, दावेदार सक्रिय
उधर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष समेत विभिन्न पदों के लिए चुनाव अगले माह होना है। जिसके लिए सदस्यता बीते माह हुई थी। सदस्यता जमा करने के समय गुटबाजी के चलते प्रभारियों के समक्ष ही युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में झगड़ गए थे। इस गुटबाजी के दौरान विगत दिनों रोज पुष्पेन्द्र सिंह रघुवंशी और विशाल यादव में विवाद हो गया था, जिसमें पुष्पेन्द्र रघुवंशी ने विशाल यादव पर तेजाब डालने का आरोप लगाया था। जबकि यूथ कांग्रेस से गुना विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अनुज जैन, दीपेश पाटनी प्रबल दावेदार हैं और जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में युवा नेता अपूर्व भार्गव और अमित सोनी जैसे युवा नेता लगे हुए हैं।

बैठकों में एकता पर दे रहे हैं जोर
बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी की बैठक हो या कांग्रेस की। इन बैठकों में वरिष्ठ नेता पार्टी की एकता और कार्यकर्ताओं से मतभेद भुलाकर एकजुट होने पर जोर दे रहे हैं।

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