उल्लेखनीय है कि मिनी स्मार्ट सिटी बनने जा रहे शहर पर अतिक्रमण का ग्रहण लगा हुआ है। जो नागरिकों को भी रास नहीं आ रहा है। कई लोगों ने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायतें की हैं। जिनका निराकरण नपा को करना है। ऐसी ही एक शिकायत पर कार्रवाई के लिए शनिवार को नपा अमला बांसखेड़ी पहुंचा था। कर्मचारियों ने बताया कि दोपहर 12.30 बजे कैंट थाने के तहत वे बांसखेड़ी गए थे। यहां दो गुमठियां हटाई जानी थीं। विवाद की स्थिति को देखते हुए कार्रवाई के संबंध में कैंट थाने को पहले ही सूचना दे दी गई थी और वहां से फोर्स भेजे जाने का आश्वासन भी मिला था। लेकिन थाने से पुलिस बल मौके पर नहीं भेजा गया। जिसके कारण वहां विवाद की स्थिति बनी। जाटव व घोसी समाज के लोगों ने नपा कर्मचारी दीपक किरार, अमित आर्य व अन्य के साथ मारपीट कर दी। इस दौरान नायब तहसीलदार, ईई नगरपालिका आरबी गुप्ता, एई नपा हरीश श्रीवास्तव भी वहां मौजूद थे। नपा अधिकारियों की बात भी लोगों ने नहीं सुनी।
आधा सैंकड़ा से अधिक शिकायतें
सीएम हेल्प लाइन पर शहर भर में अतिक्रमण की शिकायतें मिल रही हैं। नगरपालिका ने ऐसी 60 शिकायतों को उठाया है। पुलिस के सहयोग से संबंधित स्थानों पर से अतिक्रमण हटाया जाना है। इनमें कुछ शिकायतें कोतवाली क्षेत्र की हैं और कुछ कैंट थाना क्षेत्र में। पत्रिका ने 28 अगस्त को प्रकाशित अंक में कुछ स्थानों पर विवाद की स्थिति बनने की संभावना जताई थी। इसके बावजूद पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिससे विवाद बढ़ जाता है।
नहीं किया मामला दर्ज
नपा कर्मियों का आरोप है कि अधिकारियों के साथ वे शिकायत करने कैंट थाने गए थे। लेकिन वहां टीआई ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया और शिकायत को अनसुना कर दिया। मामला दर्ज करना तो दूर ठीक ढंग से शिकायत भी नहीं सुनी गई। जिससे कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने टीआई पर कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी से शिकायत करने और शिकायत पर कार्रवाई न होने पर हड़ताल पर जाने की बात कही।
सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों के निराकरण के लिए गए थे। कैंट टीआई को पहले ही इसकी जानकारी दे दी थी। फिर भी पुलिस बल वहां नहीं भेजा गया। टीम के साथ ईई, एई व नायब तहसीलदार भी थे। थाने में एफआईआर के लिए भेजा तो एफाआईआर भी नहीं की गई। पहले भी कई बार पुलिस बल मांगने पर नहीं मिला है। बिना पुलिस सहायता के अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई संभव नहीं है। एसपी से भी इस मामले में बात की है, उन्होंने मामला दिखवाने का कहा है।
-पीएस बुंदेला, सीएमओ नपा गुना