मां नर्मदा क्षिप्रा एवं मंदाकिनी नदी न्यास एवं समस्त सहयोगी नदियां के अध्यक्ष महामंडेलश्वर क म्प्यूटर बाबा सोमवार को गुना में अल्प प्रवास पर आए थे। उन्होंने यहां चल रहे अवैध उत्खनन को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से भी चर्चा की।
राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त कम्प्यूटर बाबा ने गुना में संवाददाताओं ने चर्चा के दौरान कमलनाथ सरकार के बारे में कहा कि यह सरकार जी-जान से काम कर रही है, मंत्री और अफसर काम कर रहे हैं यदि कहीं कोई चूक हो रही हो तो बताएं, हमें बताएं या मंत्री को बताएं, हम मुख्यमंत्री को बताएंगे। उनसे कहा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की धमकी दी है, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी उनको उतरने के लिए कह दिया है, इस विवाद पर उनका कहना था कि नेताओं के विचारों में आपसी मतभेद हो सकते हैं,वाद-विवाद हो सकता है लेकिन संगठन स्तर पर दोनों एक हैं, इसलिए यह सरकार पूरे पांच वर्ष चलेगी।
उनसे जब पूछा गया कि वे कौन सी पार्टी में हैं, इस पर उनका कहना था कि न मैं भाजपा का हूं और न कांग्रेस का। मैं सरकार का हूं। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार को गौमाता, नदियां और संत समाज का जो श्राप लगा है, इसलिए शिवराज सरकार आउट हो गई है,सबने कमलनाथ सरकार को भरोसा दिखाया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई चांचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह ने आइफा बोर्ड को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाया है। इस पर उनका कहना था कि मैं उनके स म्बन्ध में कुछ नहीं बोल पाऊंगा। वो जानते नहीं हैं उस पर भी बोलते हैं। उन्होंने आइफा बोर्ड का समर्थन किया। कम्प्यूटर बाबा से गुना में अवैध उत्खनन को लेकर सवाल किया तो उनका कहना था कि मैंने दस दिन में अवैध उत्खनन करने के स्थान पर पहुंचकर 16 मशीन जब्त कराई हैं। रेत माफियाओं पर कार्रवाई भी हो रह ी है, यह कमलनाथ सरकार है, न कि शिवराज सरकार है।
एक पौधा अवश्य लगाएं कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि प्रदूषण कम हो, उन्होंने गुना समेत प्रदेश की जनता से आग्रह किया कि वे अपने घर या आसपास एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल पांच साल तक बच्चे की तरह करें, जिससे प्रदूषण कम हो, नहीं तो वह स्थिति आ जाएगी जब हमको अपनी पीठ पर सिलेण्डर लादकर उससे सांस लेना पड़ेगी।
पौधरोपण घोटाले की हो जांच महामण्डेलश्वर कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि नर्मदा के आसपास साढ़े सात करोड़ रुपए के पौधारोपण का जो घोटाला हुआ है, उसकी जांच के लिए मैंने प्रदेश सरकार को आवेदन दिया था।एक बार फिर जांच कराने के लिए आवेदन दिया है। मंत्री हों, चाहें अफसर हों, जो भी दोषी हो उसको जेल में सलाखों के पीछे होना चाहिए।
लहर घाट पर नहीं मिला अवैध उत्खनन कम्प्यूटर बाबा ने यहां आने के बाद अधिकारियों से लहर घाट चलकर अवैध उत्खनन होने की शिकायत देखने की इच्छा जताई। वहां कम्प्यूटर बाबा पहुंचे लेकिन उनको वहां अवैध उत्खनन नहीं मिला।