मंगलवार को सुबह मामला सामने आने के बाद कलेक्टर विजय दत्ता ने डिप्टी कलेक्टर व तहसीलदार मोहित जैन व अन्य कर्मचारियों को वहां भेजा। उन्होंने अपनी टीम के साथ सरकारी संपत्ति पर लगे बैनर व झंडे हटवा दिए। झंडों व बैनरों को उतारकर एक ट्राली में भरा गया। कार्रवाई होती देख भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन व प्रदेश महामंत्री बीडी शर्मा डिप्टी कलेक्टर से बहस करने लगे। कलेक्टर और निर्वाचन आयोग का आदेश होने की बात कहने पर उन्होंने आदेश दिखाने का कहा।
काफी देर तक बहस होने के बाद भाजपा के पदाधिकारियों ने उनसे कहा कि चुनाव के बाद भी आपको रहना है या नहीं। उन्होंने कहा कि निजी संपत्ति पर अनुमति लेकर बैनर झंडे लगाए हैं, प्रशासन इन्हें नहीं हटा सकता। भाजपा के पदाधिकारी अनिल जैन ने सीएम शिवराजसिंह चौहान को मौके से फोन लगाया और उनसे शिकायत करते हुए कलेक्टर को समझाने की बात कही। सीएम से भी उन्होंने फोन पर कहा कि इन्हें समझाओ चुनाव के बाद भी इन्हें रहना है। यहां वीडियो बनाए जाने पर भाजपाईयों ने मीडिया से भी बहस की।
दोबारा लगा दिए झंडे व बैनर
डिप्टी कलेक्टर के जाने के बाद भाजपाईयों ने नपा की खाली पड़ी दुकानों पर दोबारा झंडे व बैनर लगा दिए। इस बार पहले से अधिक बैनर लगाए गए। नपाध्यक्ष राजेन्द्र सलूजा ने कहा कि इसकी परमीशन उनके पास है। जबकि ये दुकानें अभी नीलाम नहीं हुई हैं और फिलहाल नपा की संपत्ति हैं। इसलिए इन पर पार्टी के झंडे व बैनर नहीं लगाए जा सकते। लेकिन भाजपाईयों ने चुनाव आयोग व आचार संहिता को ठेंगे पर रखकर बैनर व झंडे लगाए।
हमारी टीम गई थी। दोबारा बैनर झंडे लगाए जाने की रिपोर्ट हमारे पास नहीं आई है। जैसे ही रिपोर्ट आएगी कार्रवाई की जाएगी।
अरविंद वाजपेयी, एसडीएम गुना जिला अस्पताल और विद्युत घर से हट गए योजनाओं के बैनर पोस्टर
गुना. जिला अस्पताल में सरकारी योजनाओं के बैनर व होर्डिंग्स लगे हुए थे। जिन्हें मंगलवार को हटा दिया गया। पत्रिका ने सरकारी कार्यालयों में लगे राजनैतिक लोगों के फोटो व सरकारी योजनाओं के होर्डिंग्स के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। लेकिन सरकारी विभागों में इसका पालन नहीं हो रहा था।
पत्रिका में खबर के प्रकाशन के बाद जिला अस्पताल से ऐसे सभी बैनर व होर्डिंग्स को हटा दिया गया। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल और विद्युत कंपनी के कार्यालय में नेताओं के फोटो के साथ ही पोस्टर बैनर और होर्डिंग लगे थे। इस पर सभी कार्यालय के प्रमुख को आचार संहिता पालन के निर्देश दिए हैं।