भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिकरवार घेराव के समय अपनी ही पार्टी को पीछे छोड़कर कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को ज्ञापन लेने के लिए हो रही देरी को देखते हुए वहां पहुंच गए। वे यह कहते सुने गए कि औपचारिकता है, वो हम कर लें, आपको दे रहे हैं ज्ञापन। कलेक्टर को दिए ज्ञापन में कमलनाथ सरकार की जन विरोधी नीतियों का उल्लेख था। हालांकि तैयारी के बाद भी भाजपा माफिया के नाम की सूची नहीं दे पाई। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते भाजपा ने शांतिपूर्ण तरीके से घेराव प्रदर्शन किया। नेतृत्व करने भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा आए थे। भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता हाट रोड स्थित भाजपा कार्यालय के सामने एकत्रित हुए, जहां से जुलूस के रूप में हनुमान चौराहे होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां चांचौड़ा की पूर्व विधायक ममता मीणा ने अपने संबोधन में कहा कि कमलनाथ सरकार के इशारे पर अधिकारी भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताडि़त न करें। कुंभराज में एक माफिया के खिलाफ मामला दर्ज है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। माफिया पर अधिकारी निष्पक्षता से कार्रवाई करें।
कलेक्टर को देखा और दौड़ पड़े घेराव के समय पूर्व विधायक ममता मीणा का संबोधन चल रहा था। ज्ञापन के लिए कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार वहां पुलिस सुरक्षा में खड़े थे। उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष को खबर कराई कि जल्द ज्ञापन दें, पार्टी के सभी कार्यकर्ता को पीछे छोड़कर वे अकेले ही कलेक्टर के पास पहुंच गए और बोले फॉरमल्टी है, कलेक्टर को साथ में लेकर पार्टी जनों के बीच पहुंचे, उनको ज्ञापन का वाचन करने के बाद उनको दे दिया। माफिया की सूची का वहां मौजूद अधिकारी इंतजार करते रहे, लेकिन तैयार न होने से वह नहीं दे पाए। हालांकि एक-दो आवेदन भाजपा नेताओं ने अपने लैटर हैड पर बमौरी, कुंभराज के एक अतिक्रमण की शिकायत की। फिर विधायक जाटव और वेदप्रकाश शर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए।
ये रहे मौजूद भाजपा के पूर्व विधायक राजेन्द्र सलूजा, पन्नालाल शाक्य, सूर्य प्रकाश तिवारी, महेन्द्र किरार, संतोष धाकड़, हेमराज किरार, आलोक उपाध्याय, मनोज दुबे, शांति जोगी, अनुसुईया रघुवंशी, बारेलाल धाकड़, अमित श्रीवास्तव, विकास जैन, निक्की राजपूत, रमेश मालवीय, अरुण चतुर्वेदी आदि।