मंगलवार को 10 किसान उपज लेकर पहुंचे थे, उनके सभी के सैम्पल फेल कर दिए। इसी तरह की स्थिति वेयरहाउस में बनाए केंद्र की है। 25 उपार्जन केंद्र बनाकर समर्थन मूल्य पर उड़द, मूंग, रामतिल और मूंगफली खरीदी जाना है, लेकिन गुना में 25 दिन में मात्र 2 क्विंटल उड़द ही खरीदा गया है।
खरीद केंद्रों पर बारदाना भी नहीं….
किसानों से समर्थन मूल्य पर उड़द खरीदने खाद्य विभाग को 25 खरीद केंद्र बनाने थे। कैलेंडर के अनुसार, 20 अक्टूबर से खरीदी शुरू होना थी, लेकिन 25 दिन बाद भी खरीद केंद्र शुरू नहीं हुए है।
एक दिन पहले ही विभाग ने नानाखेड़ी मंडी परिसर के खरीद केंद्रों पर कांटा और सिलाई मशीनों को रखा है। मंडी में बैनर टांग दिया है, लेकिन अब तक बारदाना नहीं पहुंचा है।
आचार संहिता की आढ़ में निरंकुश हुआ विभाग….
खरीदी नहीं होने से किसान नाराज हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि चुनावी आचार संहिता में उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही है। कलेक्ट्रेट जाओं तो न तो विभाग के अधिकारी सुनते और न ही प्रशासन। भाड़ा लगाकर उपज लेकर आए थे, यहां सैम्पल फेल कर दिए। मजबूरी में सस्ते दाम पर उड़द बेचना पड़ रहे हैं। फसल पहले ही खराब हुई है, अब दाम नहीं मिल रहा है।
ये है समर्थन मूल्य
जिंस समर्थन मूल्य
उड़द 5600
मूंग 6975
मूंगफली 4890
रामतिल 5877
खाद्य आपूर्ति अधिकारी ज्योति बघेल से बातचीत प्रत्रिका ने की बातचीत
रिपोर्टर : मैडम! उड़द की खरीदी नहीं हो पा रही है।
खाद्य आपूर्ति अधिकारी: कुछ दिक्कत थी, लेकिन किसान नहीं आ रहे हैं।
रिपोर्टर: किसानों का आरोप है, उनके नमूने फेल कर दिए।
खाद्य आपूर्ति अधिकारी: नहीं ऐसा नहीं है। हम नमूने लेकर भी रख रहे हैं।
रिपोर्टर : केंद्रों पर अब तक बारदाना तक नहीं पहुंचा। खरीदी कैसे होगी।
खाद्य आपूर्ति अधिकारी: सभी केंद्रों पर बारदाना है, मंडी में वेयर हाउस में बारदाना है।
रिपोर्टर: किसानों का कहना है, प्रबंधक रुचि नहीं ले रहे हैं।
खाद्य आपूर्ति अधिकारी : हमें खरीदी करना है। प्रबंधक काम नहीं करेंगे तो सहायक प्रबंधकों से काम लेंगे। अब व्यवस्थाएं हो गई हैं, खरीदी भी चालू हो जाएगी।