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गुना-बीना पैसेंजर के पहिए में फंसी बाइक बाल-बाल बची सैकड़ों यात्रियों की जान

गुरुवार को गुना-बीना पैसेंजर गुना-मावन के बीच एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बची।

गुनाOct 04, 2018 / 10:43 pm

chandan singh rajput

patrika news

Guna. On Thursday, Guna-Bina passenger hunted a major accident between Guna-Mawan-were left. A young man’s bike rammed into the train and went away for about 50 meters away. The driver stopped the train while addressing the danger and informed the station. After the accident, the train was halted for about 15 minutes and there was an atmosphere of tragedy in the passengers.

गुना. गुरुवार को गुना-बीना पैसेंजर गुना-मावन के बीच एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बची। एक युवक की बाइक ट्रेन के पहिए में फंसकर करीब 50 मीटर दूर तक घिसटती चली गई। ड्राइवर ने खतरे को भांपते हुए ट्रेन को रोका और स्टेशन पर सूचना दी। हादसे के बाद करीब 15 मिनट तक ट्रेन रुकी रही और यात्रियों में अफरा तफरी का माहौल रहा।
गुना-मावन स्टेशन के बीच एक युवक मोटर साइकिल से पटरी पार कर रहा था, इतने में गुना-बीना पैसेंजर ट्रेन आ गई।
युवक बाइक को पटरी से बाहर नहीं निकाल पाया और बाइक छोड़कर ही भागना पड़ गया। इसमें उसकी जान तो बच गई, लेकिन बाइक ट्रेन में फंस गई थी। गनीमत रही कि ट्रेन पटरी से नहीं उतरी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था और यात्रियों की जान भी जा सकती थी। आरपीएफ टीआई बीएस राठौड़ ने बताया, सुबह गुना-बीना पैसेंजर से बाइक एमपी 08-2004 के इंजन से टकराई, जिसकीे सूचना कंट्रोल भोपाल से मिलने ही एसआई हरनाम सिंह साथ मौके पर पहुंचे।
बाइक निकाल रहे गौरव पुत्र धन्ना लाल अहिरवार (19) को गिरफ्तार किया। युवक ने बताया, वह रेलवे लाइन पार रहा था, उसी समय अचानक ट्रेन आ गई। कोशिश के बाद भी वह बाइक नहीं निकाल पाया बाइक छोड़कर भागना पड़ा। युवक के खिलाफ रेल अधिनियम धारा 154 174 का केस बनाया।
पीएम कराने गुना लाए थे ३ बच्चों के शव, घर ले जाने नहीं मिला वाहन
गुना. मारकी महू पंचायत के कुड़ी गांव में सहरिया समाज के तीन बच्चों की मौत के बाद गुना में पीएम कराया गया। पीएम कराने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने उन लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया। समाज के लोगों के पास इतने भी पैसे नहीं थे कि वे कोई वाहन किराए पर लेकर बच्चों के शव गांव ले जा सकें। सरकारी वाहन भी उनको उपलब्ध नहीं कराया गया।
इस बारे में जानकारी लगने के बाद बमोरी विधायक भी अस्पताल पहुंचे और उनको वाहन की व्यवस्था कराई। जब जाकर गुरुवार को बच्चों को फिर से दफनाया जा सका। उधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम दूसरे दिन में गांव में पहुंची और अज्ञात बीमारी कारण जानने के लिए डॉक्टरों ने कैम्प लगाया।

सर्पदंश से महिला की मौत, झाड़-फंूक कराने ले गए परिजन
गुना. देश में आज भी सांप के काटने पर लोग ओझाओं के पास जाते हैं। जिसके कारण कई बार पीडि़त की जान जा चुकी है।
गुरूवार को भी जिला अस्पताल में ऐसा ही मामला सामने आया। यहां सर्पदंश से पीडि़त महिला को पहले परिजन ओझा के पास ले गए और फिर अस्पताल लाए। यहां से डॉक्टरों के मृत घोषित करने पर वे उसे दोबारा ओझा के पास ले जाने की बात कहते हुए, बिना पीएम करवाए ही अस्पताल से ले गए।
बमोरी थाने के तहत नानीपुरा गांव में जमना बाई (२०) पत्नि पवन सहरिया को सांप ने काट लिया। वह अपने मायके आई हुई थी और पिता जगदीश के साथ मजदूरी करने के लिए कॉलोनी गई थी। वहीं उसे सांप ने काट लिया। तब तो उसे कुछ नहीं हुआ और वे घर लौट आए, लेकिन रात में उसकी तबीयत बिगडऩे लगी। पहले तो झाडफ़ंूक का प्रयास किया गया और फिर उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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