इनको बनाया मंडल अध्यक्ष
मंडल का नाम-मंडल अध्यक्ष का नाम-जिला प्रतिनिधि का नाम
गुना शहर- अमित श्रीवास्तव-रमेश राठौर
केन्ट- राजू यादव- बारेलाल धाकड़
बजरंगगढ़- संजीव धाकड़- राजकुमार रघुवंशी
पगारा- शिवराम कुशवाह- परशुराम शर्मा
याना- हरिराम सिंह रघुवंशी-अजय सिंह राजपूत
बमौरी- हरिसिंह यादव- वीरेन्द्र धाकड़
सिरसी- मोहन बारेला- हरिदेव शर्मा
फतेहगढ़- मनुसिंह पाड़ौन- हजारीलाल धाकड़
राघौगढ़- अंकित शर्मा- राम मोहन चौकसे
आरोन- गोविन्द शर्मा-प्रमोद सक्सेना
जामनेर- पप्पू सिंह भील- छतर सिंह धाकड़
पनवाड़ी हाट-इन्द्रराज सिंह दांगी- अशोक सिंह रघुवंशी
रूठियाई- कैलाश शिवहरे- नरेन्द्र जैन
कुंभराज-विकास शर्मा- भगवान लोया
चांचौड़ा- प्रद्यु न मीणा- राजेश खटीक
मधुसूदनगढ़- जगमोहन धाकड़- मनोज अग्रवाल
मृगवास- अरविन्द माहेश्वरी-करण सिंह गुर्जर
भाजपा ने ऐसे किया जातियों को उपकृत !
किरार, धाकड़- 6
कुशवाह-1
यादव-2
रघुवंशी- 3
बारेला- 1
वैश्य- 4
ब्राहमण- 5
भील-1
कलार- 2
मीणा- 1
साहू- 1
दांगी-1
राजपूत- 1
क्षत्रिय-1
गुर्जर- 1
खटीक- 1
BJP MLA sitaram adivasi” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/11/03/bjp_1_5387650-m.jpg”> दावेदार होते हुए भी नहीं बन सकेे अध्यक्ष
भाजपा सूत्रों ने बताया कि गुना शहर से लोधा समाज की ओर से लालाराम लोधा, साहू समाज की ओर से राजेश साहू व सिरसी मंडल से सचिन शर्मा की दावेदारी प्रबल मानी जा रही थी, ऐन वक्त पर इनके नाम काटकर दूसरों की पसंद बने नामों को आगे बढ़ाया और उनको ही जगह मिली।
मंडल अध्यक्ष बनाने में वरिष्ठ नेताओं द्वारा की गई मनमानी का नतीजा यह है कि नगर पालिका उपाध्यक्ष राजू यादव जो नगर पालिका की बैठक में अपने ही दल के अध्यक्ष के खिलाफ बगावत का झंडा लिए खड़े रहे। भाजपा पार्षदों से उनकी तीखी नोंक-झोंक हुई।
सिरसी मंडल के अध्यक्ष रहे सचिन शर्मा मंडल अध्यक्ष रहे सचिन शर्मा को हटाकर उनके स्थान पर मोहन बारेला को अध्यक्ष बनाया है। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया यानि फेसबुक पर पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा है कि निर्वाचन में निर्विरोध रहने के बाद मुझे बाहरी नेता के कहने पर हटाया गया।
कौन हैं ये हरिसिंह?
भाजपा सूत्र बताते हैं कि बमौरी मंडल का अध्यक्ष हरिसिंह यादव को बनाया है, जबकि ये मंडल की दौड़ में कहीं भी नहीं था और न ही पैनल मेें इसका नाम शामिल था। हरिसिंह यादव के नाम की नियुक्ति को लेकर बमौरी के ही नेता और कार्यकर्ता हैरान हैं।
धरी रह गई रायशुमारी
भाजपा नेताओं का कहना था कि जब मंडल अध्यक्ष अपनी ही पसंद के घोषित करवाना थे तो रायशुमारी की नौटंकी जिले भर में क्यों कराई। उनका कहना था कि रायशुमारी में अधिकतर जो नाम आए थे उनमें से दो-तीन को ही मंडल अध्यक्ष पद पर नवाजा गया है, बाकी लोगों को तो नेताओं की पसंद पर उपकृत किया गया है। इसके साथ ही दो-तीन मंडल अध्यक्षों की उम्र पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
भाजपा ने सर्व स मति और रायशुमारी के बाद मंडल अध्यक्षों के नाम घोषित किए हैं, जो विरोध है, वह शांत हो जाएगा। अभी तो मंडल और जिले की कार्यकारिणी बनेगी, उसमें शामिल कर लेंगे।
– गजेन्द्र सिकरवार, जिला अध्यक्ष भाजपा