scriptनए साल से पहले कैंट, चांचौड़ा थाना और बाशाहेड़ा चौकी को मिलेगी नए भवन की सौगात | Cantt, Chanchoda police station and Bashahera outpost will get the gif | Patrika News

नए साल से पहले कैंट, चांचौड़ा थाना और बाशाहेड़ा चौकी को मिलेगी नए भवन की सौगात

locationगुनाPublished: Nov 24, 2021 12:39:02 am

Submitted by:

Narendra Kushwah

स्टाफ को बैठने के लिए पर्याप्त जगह और काम करने में होगी आसानीपरिसर में पेवर्स टाइल्स लगने से सफाई कार्य में नहीं आएगी परेशानी

नए साल से पहले कैंट, चांचौड़ा थाना और बाशाहेड़ा चौकी को मिलेगी नए भवन की सौगात

नए साल से पहले कैंट, चांचौड़ा थाना और बाशाहेड़ा चौकी को मिलेगी नए भवन की सौगात

गुना. नए साल से पहले जिले के दो थाना और एक चौकी को नए भवन की सौगात मिलने वाली है। जिससे एक ओर जहां पर्याप्त जगह उपलब्ध न होने की समस्या दूर होगी तो वहीं अन्य जरूरी मूलभूत सुविधाएं भी प्राप्त हो सकेंगी। थाना परिसर में पेबर्स टाइल्स लगने से सफाई करने में भी आसानी होगी। उल्लेखनीय है कि सिटी कोतवाली, अजाक और जामनेर थाना सहित एसपी कार्यालय को पहले ही आईएसओ सर्टिफिकेट मिल चुका है।
जानकारी के मुताबिक जिले के विभिन्न थानों का पुलिस स्टाफ पिछले काफी समय से थाना भवन सहित आवास व अन्य समस्या से जूझ रहा है। इस परेशानी को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने समझा और इन्हें दूर करने के लिए प्रयास भी शुरू कर दिए हैंं। इसी क्रम में जिन थानों के भवन बेहद जर्जर हो चुके थे उन्हें नए भवन बनवाए जा रहे थे। वर्तमान में जिले के कैंट और चांचौड़ा थाना के अलावा बाशाहेड़ा चौकी के नए भवन बनकर तैयार हो चुके हैं। फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में है। जिसे देखकर संभावना जताई जा रही है कि नए साल पहले ही इन नए भवनों का उपयोग किया जा सकेगा।

चार लोगों को एक साथ बैठने के लिए भी जगह नहीं
आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़े थाने में शुमार कैंट थाने की स्थिति बेहद चिंतनीय थी। वर्तमान में जिस पुराने भवन में थाना संचालित है, वहां इतनी जगह भी नहीं है कि चार लोगों का स्टाफ एक साथ बैठ सके। यहां बता दें कि थाने में पदस्थ कुल स्टाफ की संख्या 90 के करीब है। इनमें महिला स्टाफ भी शामिल है। वहीं कार्य की दृष्टि से अलग-अलग शाखाएं भी बनाई गई हैं, जिनके हिसाब से स्टाफ को अलग बैठने छोटे-छोटे केबिन बने हैं, जिनमें दो लोग बमुश्किल बैठकर काम कर पाते हैं। अपनी शिकायत लेकर आने वाले पीडि़तों को बैठने तो क्या खड़े होने भी भवन में पर्याप्त जगह नहीं है। ऐेसे में लॉकअप की हालत को आसानी से समझा जा सकता है।

नए निर्माण के बाद इन सुविधाओं में हुआ इजाफा
76 लाख की लागत से बनकर तैयार हुआ कैंट थाने का नया भवन दो मंजिला है। जिसमें 16 कमरे हैं। दूसरी मंजिल पर दो बड़े हाल हैं। महिला व पुरुषों के लिए अलग से बैरक हैं। वहीं थाना प्रभारी के अलावा कार्य की दृष्टि से विभिन्न शाखाएं संचालित करने अलग-अलग सर्वसुविधा युक्त कक्ष हैं। जहां जगह की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा मंदिर परिसर में मां आसमानी का भव्य मंदिर भी बनकर तैयार हो चुका ैहै। वर्तमान में सिर्फ परिसर में पेवर्स टाइल्स लगाने का काम अंतिम चरण में है। वहीं थाने के चारों ओर बाउंड्री वॉल भी हो चुकी है। जिससे थाना परिसर में रखे जब्त वाहनों के पुर्जे चोरी होने की आशंका भी कम हुई है।

इन्हें मिल चुका है आईएसओ सर्टिफिकेट
सुविधा और व्यवस्थाओं के लिहाज से अब तक जिले के एसपी कार्यालय के अलावा सिटी कोतवाली, जामनेर तथा अजाक थाने को आईएसओ सर्टिफिकेट मिल चुका है। शेष थाने व चौकियां अभी भी सर्वसुविधा युक्त भवन के इंतजार में हैं। कई थाना ऐसे हैं स्टाफ को आवास की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो