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चालक की सीट पर भी बैठा रहे नौनिहाल

ट्रैफिक पुलिस ने अपनी कार्रवाई के आंकड़े पूरा करने 6 महीने में 35 आटो चालकों के खिलाफ ओवरलोड के केस बनाए, लेकिन नियमों पालन नहीं करा पाए।

गुनाJan 18, 2019 / 07:41 pm

brajesh tiwari

patrika

ट्रैफिक पुलिस ने अपनी कार्रवाई के आंकड़े पूरा करने 6 महीने में 35 आटो चालकों के खिलाफ ओवरलोड के केस बनाए, लेकिन नियमों पालन नहीं करा पाए।

गुना. कोर्ट और पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद भी स्कूली आटो से न पटिया हटाए और ना ही चालक की सीट पर बच्चों को बेठाने पर रोक लगाई। ट्रैफिक पुलिस ने अपनी कार्रवाई के आंकड़े पूरा करने 6 महीने में 35 आटो चालकों के खिलाफ ओवरलोड के केस बनाए, लेकिन नियमों पालन नहीं करा पाए।
शहर में आटो चालक स्कूली बच्चों को अपनी सीट और पटिया पर बैठाकर सड़कों पर आटो दौड़ा रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक और परिवहन विभाग द्वारा कोई सख्ती नहीं की जा रही है। इस वजह से नौनिहालों पर संकट बना हुआ है। जबकि आटो में बच्चों की सुरक्षा को लेकर कुछ दिन पहले ही पुलिस मुख्यालय द्वारा आदेश जारी हुए थे और कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। आदेश मिलने के बाद टैफिक पुलिस ने एक दिन स्कूली वाहनों पर कार्रवाई की। इसके बाद कार्रवाई फिर ठंडे बस्ते में चली गई है।

स्पीड गवर्नर भी नहीं
उधर, परिवहन विभाग स्कूली बसों पर भी सख्ती नहीं कर रहा है। शहर के बड़े निजी स्कूलों के वाहनों में स्पीड गवर्नर नहीं है। इसके अलावा वाहन में टीचर भी नजर नहीं आते हैं।

इन नियमों का होना था पालन
स्कूलों वाहनों से हो रही सड़क दुर्घनाओं के बाद बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोर्ट और पुलिस दोनों ही सख्त हुए थे, लेकिन ये सख्ती कुछ दिन चली और इसके बाद फिर से ठंडी पड़ गई। आटो में बच्चों की अधिकतम संख्या 5 रखी गई थी और चालक की सीट को यथावत और पीछे पटिया न लगाने के निर्देश दिए गए थे। इसके अलावा आटो के एक साइड जाली लगाने का भी कहा गया था, लेकिन शहर में कुछ आटो चालकों ने ही जाली लगाई है। शेष बिना जाली के ही वाहन दौड़ा रहे हैं। उधर, स्कूली बसों की स्पीड को नियंत्रित करने स्पीड गवर्नर लगाने सहित बच्चों की सुरखा को लेकर निर्देश दिए थे, पर पालन नहीं किया। इस बारे में ट्रैफिक पुलिस प्रभारी अविनाश उमरैया ने बताया, कार्रवाई चल रही है। आगे भी जारी रहेगी।

मदरसा बोर्ड की 8वीं के लिए आवेदन शुरू
शिक्षा की मु यधारा कार्यक्रम 2019 के तहत राज्य मदरसा बोर्ड द्वारा अल्पसं यक ड्राप आउट्स के लिए 8वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने का मौका दिया। 14 वर्ष से अधिक आयु वाले बच्चे मुक्त शिक्षा पद्धति से 8वीं की परीक्षा पास कर सकते हैं। इससे विद्यालयीन शिक्षा के ड्राप आउट्स को शिक्षा की मु यधारा में लाकर राज्य एवं केन्द्र सरकार की कौशल विकास एवं अन्य योजनाओं से लाभांवित कर विकास की मु यधारा में शामिल किया जा सकेगा। सचिव मदरसा बोर्ड ने बताया कि इच्छुक अ यर्थी बोर्ड द्वारा निर्धारित अध्ययन केन्द्र के माध्यम से 15 जनवरी से 15 मार्च तक आवेदन कर सकेंगे।
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