संतोष ने बताया कि मुझ पर दो बार जानलेवा हमला हुआ है। पहले गाड़ी से एक्सीडेंट करने का प्रयास किया गया। फिर अगले दिन मुझ पर लट्ठ बरसाए गए। मेरा सिर फाड़ दिया, हाथ तोड़ दिया और एक टांग तोड़ दी। हमला करने वालों में गुलवाड़ा और केकड़ा के मीणा समाज के दबंग लोग थे, जो कि कार में सवार होकर लट्ठ लेकर आए थे और अचानक मुझपर हमला करने लगे।
एक व्यक्ति बोल रहा था मैं जनपद सदस्य हूं। तीनों व्यक्तियों ने मुझे लाठियों से मारा। इस दौरान मैंने किसी तरह भाइयों को बुलवाया तो आरोपियों ने हम तीनों भाइयों पर हमला कर दिया। मेरी माताजी को भी लट्ठ से मारा। मैंने इसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दी और बाद में पुलिस पहुंची। इतने में उन्होंने हमारे घर पर हमला कर दिया। जिसमें 30 के लगभग लोग थे।
संतोष ने जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री से न्याय दिलाने तथा आरोपियों पर सख्ती कार्रवाई की मांग की है। संतोष का आरोप है कि आरोपियाें को भाजपा का संरक्षण है। चांचौड़ा में इन्होंने आतंक मचा रखा है। आज मैं विधायक प्रतिनिधि हूं और कांग्रेस का अधिकृत वार्ड क्रमांक 1 से पार्षद प्रत्याशी हूं। मुझ पर यह लोग हमला कर रहे हैं तो फिर आम जनता का क्या होगा।
लगातार सामने आ रहे मामले
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के साथ नगरीय निकाय चुनाव के प्रत्याशियों और समर्थकों के बीच विवाद के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कई शिकायतें थाने और प्रशासन के अधिकारियों तक पहुंची हैं।