डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामों की गई वृद्धि के खिलाफ बंद में कांग्रेस सबसे से आगे है। इसी के साथ बंद के आह्वान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय माक्र्सवादी पार्टी, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) आदि ने बंद के लिए लोगों से आह्वान किया है। उधर, रसोई गैस के दामों में वृद्धि के खिलाफ डीवायओ ने विरोध जताया। शिवाजी आटो यूनिटन बंद के समर्थन में आगे आई है और आटो चालकों से 10 सितंबर को आटो बंद रखने आह्वान किया।
आरक्षण को लेकर 6 सितंबर को हुए बंद के बाद पुलिस भी सकर्त हो गई है। कांग्रेस और वामदलों समेत करीब डेढ़ दर्जन पार्टियों के बंद के आह्वान पर कई लोग बंद को लेकर दो तरह की राय रख रहे हैं। इस वजह से बंद के दौरान किसी भी तरह का विवाद भी किया जा सकता है। उधर, कांग्रेस इस बंद को लेकर कमर कस चुकी है। रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झंडे बैनरों को लेकर व्यापारियों के बीच संपर्क किया और लोगों ने भी बंद को समर्थन देने में आश्वासन दिया। उधर, पुलिस ने बंद के दौरान किसी भी तरह का विवाद न होने और बंद करने वाले भी उपद्रव न करें, इसलिए 600 से ज्यादा जवान तैनात किए हैं। एएससी टीएस बघेल ने बताया, मोबाइल टीम भी बनाई हैं और 600 जवान तैनात हैं। सभी थाना प्रभारियों को भी निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि पेट्रोल के दाम पहली बार गुना में 87 रुपए के करीब आ गए हैं और डीजल भी 76 रुपए के करीब हो गया है।