scriptटीबी अस्पताल में बनाया कोरोना सैंपल कलेक्शन सेंटर, स्टाफ ने किया काम बंद | Corona sample collection center built in TB ward, staff stopped work | Patrika News

टीबी अस्पताल में बनाया कोरोना सैंपल कलेक्शन सेंटर, स्टाफ ने किया काम बंद

locationगुनाPublished: May 22, 2020 12:35:01 pm

Submitted by:

Narendra Kushwah

…तो टीबी अस्पताल पर लग जाएगा ताला, पूरा स्टाफ हो जाएगा क्वॉरंटीनकोरोना संक्रमण से बचाव के इंतजाम न होने से टीबी अस्पताल का स्टाफ हड़ताल परकोविड-19 सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाने से है नाराजअस्पताल को सेनिटाइज न कराने व सुरक्षा किट उपलब्ध न कराने से बिगड़ी व्यवस्था

टीबी अस्पताल में बनाया कोरोना सैंपल कलेक्शन सेंटर, स्टाफ ने किया काम बंद

टीबी अस्पताल में बनाया कोरोना सैंपल कलेक्शन सेंटर, स्टाफ ने किया काम बंद

गुना. जिला अस्पताल में एक के बाद एक कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती होने के बाद संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन इससे बचाव को लेकर अस्पताल प्रबंधन बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है। यही कारण है कि पहले मेटरनिटी वार्ड के डॉक्टर व स्टाफ ने सुरक्षा का मुद्दा उठाया और अब टीबी अस्पताल के पूरे स्टाफ ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। स्टाफ का कहना है कि कोरोना कलेक्शन सेंटर की वजह से यदि एक भी व्यक्ति संक्रमित होता है तो पूरे टीबी अस्पताल पर ताला लग जाएगा क्योंकि फिर पूरे स्टाफ को ही क्वॉरंटीन करना पड़ेगा। गुरुवार को टीबी अस्पताल का पूरा स्टाफ ड्यूटी पर तो पहुंचा लेकिन एक भी स्टाफ ने टीबी अस्पताल के अंदर प्रवेश नहीं किया। स्टाफ के सभी सदस्य सुबह 9 बजे से लेकर पूरे समय एक पेड़ के नीचे खड़े होकर सीएस व सीएमएचओ के निर्णय का इंतजार करते रहे।
जानकारी के मुताबिक शासन ने जिला अस्पताल में कोविड-19 सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाने के आदेश दिए थे। जिसके पालन में सीएमएचओ व अस्पताल प्रबंधन ने मिलकर कोरोना संैंपल कलेक्शन सेंटर के लिए टीबी अस्पताल को चिन्हित कर लिया। क्योंकि यहां पहले से ही टीबी मरीजों की जांच का कलेक्शन सेंटर बना हुआ था। साथ ही तत्समय टीबी अस्पताल के स्टाफ की ड्यूटी कोविड-19 के तहत फील्ड में सर्वे व स्क्रीनिंग में लगाई गई थी। लेकिन हाल ही में टीबी अस्पताल का पूरा स्टाफ वापस अपने मूल कर्तव्य स्थल (टीबी अस्पताल) पर आ चुका है।
चूंकि टीबी अस्पताल के अंदर बीचों बीच कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल लिया जा रहा है। जहां सुरक्षा के जरूरी इंतजाम नहीं हैं। टीबी अस्पताल का स्टाफ खुले में काम कर रहा है। जिसके पास कोविड-19 से सुरक्षा को लेकर जरूरी किट भी मौजूद नहीं है। स्टाफ सिर्फ साधारण मास्क लगाकर ही काम करने को मजबूर है। जिस स्थान पर कोरोना संदिग्ध मरीजों का सैंपल लिया जा रहा है उस स्थान को नियमित रूप सेनेटाइज की कोई व्यवस्था नहीं है। स्वास्थ्य महकमा कोरोना संदिग्ध मरीज का सैंपल लेने वाले कर्मचारी को इसलिए सुरक्षित मान रहा है क्योंकि वह शीशे के केबिन के अंदर रहकर यह काम कर रहा है। लेकिन बाहर काम करने वाले कर्मचारी असुरक्षित हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि टीबी अस्पताल में जिला क्षय अधिकारी सहित 12 कर्मचारियों का स्टाफ है।

सबसे कम इम्यूनिटी वाले मरीज आते हैं टीबी अस्पताल में
कोविड-19 सैंपल कलेक्शन सेंटर टीबी अस्पताल के अंदर बनाए जाने से टीबी सहित अन्य मरीजों को संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि जिला अस्पताल में आने वाले सर्दी, जुखाम, खांसी वाले मरीजों को भी कोरोना जांच के लिए इसी स्थान पर भेजा जा रहा है। जबकि इन मरीजों में इम्यूनिटी बहुत कम होती है। विशेषज्ञ के मुताबिक कम इम्युनिटी वालों को कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।

स्टाफ की है यह है मांग
टीबी अस्पताल में पदस्थ सभी 12 कर्मचारियों ने सीएमएचओ को पत्र भेजकर कोविड-19 कलेक्शन सेंटर अन्यत्र स्थानांतरित करने या टीबी अस्पताल को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की है। पत्र में बताया गया है कि जिला क्षय केंद्र (टीबी अस्पताल) में कोविड-19 कलेक्शन सेंटर सीबीनाट कक्ष, लैब एवं दवा वितरण कक्ष के ठीक सामने बनाया गया है। इसी द्वार से ही सभी टीबी मरीज जांच एवं दवा प्राप्त करने के लिए आते हैं। उक्त स्थल पर ही जिला क्षय केंद्र का कार्यस्थल भी है। जहां सभी कर्मचारी उपस्थित रहकर अपना कार्य करते हैं। कोरोना कलेक्शन सेंटर एवं जिला क्षय केंद्र में किसी भी प्रकार का सेपरेशन (विभाजन) नहीं है। जिससे कोरोना संक्रमण टीबी रोगियों एवं उपस्थित कर्मचारियों में फैलने की तीव्र संभावना रहेगी। इसलिए संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए टीबी अस्पताल व कोरोना कलेक्शन सेंटर को अलग किया जाए।

यह बोले जिम्मेदार
टीबी अस्पताल में कोरोन कलेक्शन सेंटर बनाए जाने से अस्पताल के स्टाफ को संक्रमण का खतरा लग रहा है। जो सही भी है। स्टाफ ने दोनों सेंटर को अलग करने की मांग की है। इस मामले में सीएमएचओ व सीएस चर्चा करने के बाद निर्णय लेंगे।
डॉ आरएस राजपूत, डीटीओ
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो