ग्रामीण सरपंच के कार्य से परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया, सरपंच और सचिव ने हमसे बोला कि आप शौचालयों का निर्माण करा लो, हम आपको पैसे दिला देंगे। लेकिन एक साल हो गया शौचालय को बनवाए हुए, लेकिन अभी तक खातों में पैसा नहीं आया। इस वजह से काफी दिक्कत हो रही है।
ग्रामीण जनसुनवाई में भी कलेक्टर को आवेदन कर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनको राशि का भुगतान नहीं किया है। गांव में विकास कार्य न होने से ग्रामीणों में गुस्सा व्याप्त है। पानी की समस्या भी इस गांव में काफी ज्यादा है। ग्रामीणों को पानी के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। महिलाएं घर के ाकम छोडक़र पूरे दिन पानी की व्यवस्था में लगी रहती हैं।
शौचालय निर्माण के रुपए सभी को दे दिए हैं। ग्रामीण झूठे आरोप लगा रहे हैं। -सौरभ कुशवाह, सीईओ बमोरी
गांव का मामला मेरी नजर में नहीं है। मैं गांव का निरीक्षण कराता हूं। ग्रामीणों की समस्याओं का जल्द समाधान कराया जाएगा। सरपंच से भी चर्चा कर समस्या हल कराई जागी। -सौरभ कुशवाह, सीईओ बमोरी
मेंटनेंस के नाम पर बिजली की कटौती, लोग परेशान बजरंगगढ़. ग्राम पंचायत बजरंगगढ़ में बिजली व्यवस्था नहीं सुधर सकी है। हर दिन अघोषित रूप से बिजली की कटौती हो रही है। इस कारण ग्रामीणों को पानी की समस्या हो रही है। बिजली न मिलने से लोग भी बेचैन हैं। बजरंगगढ़ समेत आसपास के गांवों में बिजली न मिलने से ग्रामीणों को गुस्सा फूट सकता है। ग्रामीण बिजली समस्या को लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं, जनता को गुस्सा कभी भी फूट सकता है।
ग्रामीणों ने बताया, शिकायत के बाद भी बिजली व्यवस्था नहीं सुधर रही है। बिजली कंपनी के अधिकारियों से भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन बिजली कंपनी की ओर से ग्रामीणों की समस्याओं पर
ध्यान नहीं दिया जाता है। बिजली के अभाव में लोग भीषण गर्मी में लोग कूलर और पंखे की हवा लेने भी तरस गए हैं। बिजली कंपनी मेंटेनेंस के नाम पर बिजली कटौती कर रही है। बिजली कंपनी के अफसरों की मनमानी का नतीजा यह है कि दिनभर बिजली का आना जाना लगा रहता है। उधर, गांवों में घरेलू कनेक्शनों को २४ घंटे बिजली देने का वादा है, लेकिन गांवों में ८ घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। इस वजह से ग्रामीणों को दिक्कत हो रही है।