यहां उनकी बच्ची व बहन बुरी तरह बिलख रहे थे, जिनको दूसरे लोग सांत्वना दे रहे थे। यह देखकर कई लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। बीते रोज अस्पताल में हाईकोर्ट के न्यायाधीश सुशील कुमार पालो एक घंटे से अधिक समय तक रुके रहे। वे 59 वर्ष के थे और अपने पीछे पत्नी और एक पुत्री को छोड़ गए हैं। शवयात्रा से पूर्व उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए विधायक जयवर्धन सिंह, कलेक्टर राजेश जैन, पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल, एएसपी सत्येन्द्र तोमर, सीईओ नीतू माथुर, एसडीएम दिनेश शुक्ला, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरुण सूद, राज्य अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारी भूपनारायण सोलंकी, समेत गुना, राजगढ़ और शिवपुरी, अशोकनगर के कई न्यायिक अधिकारी और अभिभाषक व अन्य प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे।
मछली के मामले में दो समुदायों में खूनी संघर्ष
जंजाली पुलिस चौकी अंतर्गत साकोन्या कलां में रहने वाले कंजर और गुर्जर समुदाय के बीच मछली के जाल को लेकर विवाद हो गया, यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से लाठी-फरसे चले, जिसमें राजेश कंजर की हत्या हो गई, दूसरे समुदाय के सरनाम सिंह का हाथ कट गया, जिसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस से मिली खबर के अनुसार पार्वती नदी के महादेव घाट पर साकोन्याकलां के महेश, रोहित, और धर्मनाथ नहाने गए थे। वहां किसी बात को लेकर कुछ लोगों से उन बच्चोंं का विवाद हो गया था। इसकी जानकारी मिलने पर साकोन्याकलां के 43 वर्षीय राजेश कंजर जा रहा था, तभी रास्ते में गुर्जर समुदाय के सरनाम सिंह मिल गए।
इन दोनों के बीच मछली के जाल एवं पुराने किसी मामले को लेकर विवाद हो गया, इसकी भनक मिलते ही दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए। दोनों तरफ से चले लाठी-फरसे में राजेश लहुलूहान हो गया, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सरनाम सिंह का फरसी लगने से हाथ कट गया। इसके बाद इन दोनों को गुना लाया गया, जहां डॉक्टरों ने राजेश को मृत घोषित किया और सरनाम सिंह का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। बताया गया कि कहीं साकोन्या कलां में कंजर और गुर्जर समाज में विवाद न बढ़ जाए इसकी सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स वहां पहुंचा। जिससे देर रात तक वह गांव छावनी बना रहा। घटना के बाद मातम छाया हुआ है।