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एक रोटी कम खा लेना लेकिन बच्चों को शिक्षा अवश्य दिलाना

locationगुनाPublished: Feb 23, 2021 10:03:34 pm

Submitted by:

Narendra Kushwah

संत गाडगे जयंती पर शहर के मुख्य मार्गों से निकला जुलूस

एक रोटी कम खा लेना लेकिन बच्चों को शिक्षा अवश्य दिलाना

एक रोटी कम खा लेना लेकिन बच्चों को शिक्षा अवश्य दिलाना

गुना. भारत में स्वच्छता के जनक संत गाडगे की जयंती मंगलवार को धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर शहर में हाट रोड स्थित कार्यालय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ उदय कुमार नदिया ने संत गाडगे के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित एवं पुष्पहार अर्पित कर किया। जिलाध्यक्ष नारायण लाल रजक ने संत गाडगे के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जीवन बहुत ही कष्टों भरा रहा। उन्होंने ने अपना संपूर्ण जीवन मानव सेवा में समर्पित कर दिया और अपने जीवन काल में कई धर्मशालाएं, अस्पताल, विद्यालय बनवाए। वे कहते थे एक रोटी कम खा लेना, फटे कपड़े पहन लेना लेकिन अपने बच्चो को शिक्षा अवश्य देना।
इसके बाद विगत दिवस युवा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रतिभा निखारो प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरुस्कार वितरण किया गया। जिसमें मर्यादा पुरुषोत्ततम भगवान राम के जीवन पर आधारित सामान्य ज्ञान में अंशिका मालवीय ने प्रथम पुरस्कार जीता। वहीं सुमित रजक द्वितीय, व अमित रजक तीसरे स्थान पर रहे। चित्रकला में श्रेयंशी रजक प्रथम, आर्यन मालवीय द्वितीय, अमृत रजक को तृतीय पुरस्कार नदिया ने दिया।
उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि रजक समाज की बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभाओं को आगे लाने की यह बहुत ही अच्छी पहल है। इस तरह के आयोजन आगे भी होने चाहिए। कार्यक्रम में युवा अध्यक्ष मनीष रजक, मान सिंह लोधा, पुष्पा जर्मन, प्रहलाद , अनूप आखरे, मनोज, दिवाकर आखरे, मोहित, करन, सुमित आदि सदस्य मौजूद रहे।

रजक समाज ने निकाला जुलूस
रजक समाज द्वारा संत गाडगे बाबा जयंती पर शहर में भव्य जुलूस निकाला गया। जो जयस्तंभ चौराहे से आरंभ हुआ। इसमें सबसे आगे घोड़े पर सवार युवा ध्वजा लेकर चल रहे थे। उसके पीछे बैंड-बाजे और समाजबंधु भजनों पर झूमते गाते चल रहे थे। जुलूस में एक बग्गी में संत गाडगे बाबा की विशाल तस्वीर सुशोभित हो रही थी। जुलूस सदर बाजार, नीचला बाजार, बताशा गली, चौधरी मोहल्ला होते हुए बूढ़े बालाजी स्थित समाज की धर्मशाला पहुंचा। यहां विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुए।

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