पत्रिका बिग इश्यू : हाड़ कंपाने वाली सर्दी के बीच बिजली संकट ने किसानों की परेशानी दोगुनी की
गुनाPublished: Dec 24, 2021 12:23:23 am
- रबी फसल की सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली मिलना है
- किसान बोले, पिछले 15 दिनों से सिर्फ 2 घंटे ही बिजली मिल रही
- ट्रांसफार्मर की कमी के चलते गांव और कृषि फीडर पर एक साथ सप्लाई करने में हर साल आती है परेशानी
- रात के समय ज्यादा ठंड होने से पानी देने में आ रही दिक्कत


पत्रिका बिग इश्यू : हाड़ कंपाने वाली सर्दी के बीच बिजली संकट ने किसानों की परेशानी दोगुनी की
गुना/बमोरी . जिले में बीते 6 दिनों से न्यूनतम पारा काफी नीचे चल रहा है। जिसका सामना सबसे ज्यादा किसान वर्ग को करना पड़ रहा है। यह परेशानी इसलिए और ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि इन दिनों किसान रबी फसल की सिंचाई कर रहा है। जिसके लिए बिजली आपूर्ति रात के समय ही मिल रही है। इस दौरान हाड़ कंपाने वाली सर्दी पड़ती है।जिसके कारण किसानों को खेत में काम करने में बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि यदि दिन के समय बिजली मिल जाए तो उन्हें इस हड्डी गला देने वाली सर्दी का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन संकट यह है कि बिजली कंपनी ने इतने साल भी ऐसी व्यवस्था नहीं बना पाई है कि वह गांव व कृषि फीडर पर एक साथ बिजली सप्लाई कर पाए। यही कारण है कि बिजली कंपनी ग्रामीण क्षेत्र में एक-एक दिन छोड़कर रात में बिजली की आपूर्ति कर रही है।
जानकारी के मुताबिक शासन के निर्देश हैं कि किसानों को फसल की सिंचाई के लिए नियमित रूप से 10 घंटे बिजली दी जाए। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा है। बमोरी क्षेत्र के किसानों ने बताया कि बीते 15 दिनों से उन्हें मात्र दो घंटे ही बिजली मिल रही है। जिससे उन्हें सिंचाई करने में काफी ज्यादा परेशानी आ रही है। इलाके के कई गांव में ट्रांसफार्मर की कमी है। जो ट्रांसफार्मर फुंक चुके हैं उन्हें ठीक नहीं किया गया है। ऐसे में किसानों के कनेक्शन ज्यादा है और ट्रांसफार्मर की क्षमता कम होने की वजह से सप्लाई में दिक्कत आ रही है।
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ऊर्जा मंत्री से शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस
बमोरी की ग्राम पंचायत बनेह के ग्रामीणों ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने के बाद हमें 6 घंटे बिजली देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन पिछले 15 दिनों से ग्रामीण लाइट के लिए परेशान हैं।उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों को भी इस समस्या से अवगत कराया लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द ट्रांसफार्मर बदल कर दूसरा रखा जाए ताकि किसानों की फसल सूखने से बच सकें।ग्रामीणों ने बताया कि वे इससे पहले ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से भी शिकायत कर चुके हैं।
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जरा इनकी भी सुनो
किसान देश की 8 0 प्रतिशत जीडीपी में सहयोग प्रदान करता है। किसान पहले खाद के लिए परेशान रहा। जैसे-तैसे किसान ने खाद की व्यवस्था की तो अब बिजली से परेशान किया जा रहा है। यह समस्या केवल बमोरी क्षेत्र के सिर्फ एक बनेह अकेले गांव की नहीं है।सामरसिंगा फीडर पर भी आए दिन आए दिन लाइट की समस्या रहती है।
रामपाल, ग्रामीण
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किसानों की उक्त समस्या को लेकर बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित करने के बाद भी उनके द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया जाता है। पिछले 15 दिनों से हमें सिर्फ 2 घंटे लाइट भी दी जा रही है। जिससे फसल में सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं।
सुदर्शन, किसान
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दिनांक न्यूनतम
18 दिसंबर 5.4
19 दिसंबर 2.6
20 दिसंबर 4.4
21 दिसंबर 5.4
22 दिसंबर 6 .3
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रबी फसल की बोवनी (हेक्टेयर में)
फसल बोवनी
गेहूं 177.96 0
जौ 0.109
चना 52.549
मटर 0.6 25
मसूर 2.6 93
सरसों 73.8 6 5
अलसी 0.08 0
गन्ना 0.008
कलोंजी 0.119