एक गांव का दूसरे गांव से टूट जाता है संपर्क
फतेहगढ़-छवड़ा रोड स्थित कोहन पुल पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आता है। इस पुल का 15 साल के भीतर दो बार निर्माण तथा कई बार मेंटनेंस कार्य पर लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हंै। इसके बावजूद पुल की हालत दयनीय है। बारिश के मौसम में इस पुल से होकर बमोरी की कई बड़ी नदियों का पानी निकलता है। जो पूरे बारिश के दौरान रास्ते में भरा रहता है।
–
इन गांवों को जोड़ने वाले रास्ते हो जाते हैं बंद
्रग्राम कोहन, आनापुरा, सेमरा, पाठी, पाखर, हमीरपुर, आजरोड़ा, रामनगर, पूरा, डूमावन आदि गांव का रास्ता कोहन पुल के ऊपर से महीनों तक पानी का जलस्तर कम ना होने के कारण बंद हो जाता है। कई बार तो हालत यह बनते हैं कि यदि इन गांवों में कोई हादसा हो जाए या किसी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहगढ़ लाना हो तो राहत बचाव दल को भी नदी पार करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
इसके अलावा बरसाती, मंगरोडा, राजपुरा, पड़ोंन की नदियों के रास्ते में पड़ने वाले सड़क मार्गों की हालत जर्जर है। जिसे एक साल बाद भी सुधारा नहीं जा सका है। ऐसे में यहां हादसे की आशंका बनी हुई है। बारिश के समय में कई बार इन नदियों पर बड़े हादसे हो चुके हैं।
ग्राम आनारथ पर स्थित नदी का पुल बीती बरसात में टूट कर नीचे गिर गया था। यह पुल स्टेट टाइम अंग्रेजों के जमाने का बना है। बीते साल बारिश में तेज बहाव के कारण पुल दो टुकड़ों में जमीन पर आ गिरा था। जिसे अभी तक नहीं बनाया गया है। यदि इस बार फिर लगातार बारिश होती है तो आनारथ गांव के उस पार रहने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। वैकल्पिक व्यवस्था न होने पर लगभग 6 गांव का जिला व तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा।
–
अनारथ पुल से प्रभावित होने वाले ग्राम
ग्राम पड़ोन, माना, केकड़ी, कर्राखेड़ा, बिरोली, नर्वदा, चितोड़ी, वर्धा, ढीमरपूरा आदि ।
–
जौहरी से अनारथ तक की सड़क खराब
बमोरी तहसील अंतर्गत ग्राम जौहरी से अनारथ तक की सड़क बेहद जर्जर हालत में है। इसके दोनों ओर की साइडें पिछली बारिश मे बुरी तरह से कट गई थीं। जिनकी हालत अब भी नहीं सुधरी है। वाहन चालक दिन में जब इस सड़क को देखते हैं तो उन्हें यह सोचकर डर लगता है कि रात के अंधेरे में इस मार्ग पर वाहन कैसे चलाते होंगे। अब तक संबंधित महकमे ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। रास्ता इतना खतरनाक हो गया है कि टू व्हीलर और फोरव्हीलर वाहन चालक अपनी जान जोखिम में डालकर इन मोड़ पर चल रहे हैं।
फतेहगढ़-छवड़ा रोड स्थित कोहन पुल पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आता है। इस पुल का 15 साल के भीतर दो बार निर्माण तथा कई बार मेंटनेंस कार्य पर लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हंै। इसके बावजूद पुल की हालत दयनीय है। बारिश के मौसम में इस पुल से होकर बमोरी की कई बड़ी नदियों का पानी निकलता है। जो पूरे बारिश के दौरान रास्ते में भरा रहता है।
–
इन गांवों को जोड़ने वाले रास्ते हो जाते हैं बंद
्रग्राम कोहन, आनापुरा, सेमरा, पाठी, पाखर, हमीरपुर, आजरोड़ा, रामनगर, पूरा, डूमावन आदि गांव का रास्ता कोहन पुल के ऊपर से महीनों तक पानी का जलस्तर कम ना होने के कारण बंद हो जाता है। कई बार तो हालत यह बनते हैं कि यदि इन गांवों में कोई हादसा हो जाए या किसी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहगढ़ लाना हो तो राहत बचाव दल को भी नदी पार करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है।
इसके अलावा बरसाती, मंगरोडा, राजपुरा, पड़ोंन की नदियों के रास्ते में पड़ने वाले सड़क मार्गों की हालत जर्जर है। जिसे एक साल बाद भी सुधारा नहीं जा सका है। ऐसे में यहां हादसे की आशंका बनी हुई है। बारिश के समय में कई बार इन नदियों पर बड़े हादसे हो चुके हैं।
ग्राम आनारथ पर स्थित नदी का पुल बीती बरसात में टूट कर नीचे गिर गया था। यह पुल स्टेट टाइम अंग्रेजों के जमाने का बना है। बीते साल बारिश में तेज बहाव के कारण पुल दो टुकड़ों में जमीन पर आ गिरा था। जिसे अभी तक नहीं बनाया गया है। यदि इस बार फिर लगातार बारिश होती है तो आनारथ गांव के उस पार रहने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। वैकल्पिक व्यवस्था न होने पर लगभग 6 गांव का जिला व तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा।
–
अनारथ पुल से प्रभावित होने वाले ग्राम
ग्राम पड़ोन, माना, केकड़ी, कर्राखेड़ा, बिरोली, नर्वदा, चितोड़ी, वर्धा, ढीमरपूरा आदि ।
–
जौहरी से अनारथ तक की सड़क खराब
बमोरी तहसील अंतर्गत ग्राम जौहरी से अनारथ तक की सड़क बेहद जर्जर हालत में है। इसके दोनों ओर की साइडें पिछली बारिश मे बुरी तरह से कट गई थीं। जिनकी हालत अब भी नहीं सुधरी है। वाहन चालक दिन में जब इस सड़क को देखते हैं तो उन्हें यह सोचकर डर लगता है कि रात के अंधेरे में इस मार्ग पर वाहन कैसे चलाते होंगे। अब तक संबंधित महकमे ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। रास्ता इतना खतरनाक हो गया है कि टू व्हीलर और फोरव्हीलर वाहन चालक अपनी जान जोखिम में डालकर इन मोड़ पर चल रहे हैं।