यात्री बस की डिक्की में क्विंटलों भरा नकली मावा पकड़ा
गुनाPublished: Oct 18, 2021 09:30:20 pm
– मौके पर पहुंची खाद्य और राजस्व विभाग की टीम ने की कार्रवाई
यात्री बस की डिक्की में क्विंटलों भरा नकली मावा पकड़ा
गुना। त्यौहारों का सीजन आते ही जहां एक और बाजार में ग्राहकों की भीड़ बढऩे लगी है, वहीं दूसरी और नकली मावा की आवक गुना में तेज हो गई है। ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है जहां ग्वालियर से बस के जरिए आ रहे सवा लाख रुपए के नकली मावे को पकड़ा है। इसकी सूचना पर खाद्य और राजस्व विभाग की टीम पहुंची और पूछताछ करती रही।
जिला प्रशासन को लगातार बसों द्वारा मिलावटी मावा एवं एनी खाद्य पदार्थ के परिवहन की सूचना प्राप्त हो रही थी। जिस पर खाद्य सुरक्षा प्रशासन एवं राजस्व की संयुक्त दल द्वारा रात्रि में बसों की सघन जांच की गई। मुखविर से प्राप्त सूचना के आधार पर जांच दल द्वारा बस एकेटी बस सर्विस की बस क्रमांक यूपी 83 सीटी 0988 को रोका गया। उक्त बस की जांच में डिक्की में मावा, पनीर, मिल्क केक एवं श्री कृष्णा स्वीट्स के नाम से खाद्य सामग्री राखी पाई गई। उक्त सामग्री संदिग्ध प्रतीत होने पर उक्त सामग्री के बारे पूछताछ की गई। जिस पर बस ड्राइवर द्वारा उक्त सामग्री के मालिक के बारे में बताया गया कि यह सामग्री अशोक जैन, जैन स्वीट्स सदर बाजार गुना का है। उसके द्वारा मौके पर अशोक जैन को बुलाया गया अशोक जैन मौके पर उपस्थित होकर यह स्वीकार किया कि उक्त सामग्री उसके द्वारा विक्रय हेतु मंगाई गयी है।
बस में रखे उक्त संधिग्ध सामग्री से मावा, श्री कृष्णा स्वीट्स, मिल्क केक एवं पनीर के नमूने जाँच हेतु लिए गए एवं शेष संदिग्ध सामग्री को विधिवत जप्त किया गया। जिसकी मात्रा 565 किलो एवं कीमत 1.24 लाख है। प्रकरण में नमूने जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। जांच दल में तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी रवि शिवहरे एवं मनोज रघुवंशी पटवारी राजपाल धाकड़ एवं सुनील रघुवंशी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए. द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को आगामी त्योहारों को देखते हुए सजगता के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही निर्देशित किया गया है त्योहारों के समय दूध, मावा, घी मिठाइयों पर विशेष निगरानी रखते हुए जाँच हेतु नमूने लिए जाए। जिससे मिलावट करने वालों को पकड़ा जा सके एवं आम आदमी को मानक एवं मिलावट रहित खाद्य सामग्री सुलभता से उपलब्ध हो सके।