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तीस प्रतिशत परिवारों को भी नहीं मिल पाया राशन, दुकान बंद होने से भटक रहे हितग्राही

locationगुनाPublished: Sep 17, 2019 01:49:43 pm

Submitted by:

Manoj vishwakarma

खाद्य विभाग का मामला

तीस प्रतिशत परिवारों को भी नहीं मिल पाया राशन, दुकान बंद होने से भटक रहे हितग्राही

तीस प्रतिशत परिवारों को भी नहीं मिल पाया राशन, दुकान बंद होने से भटक रहे हितग्राही

गुना. सितंबर का आधा महीना बीतने के बाद भी 70 प्रतिशत से अधिक परिवारों को राशन नहीं मिल पाया और सोमवार से कंट्रोल की दुकान बंद कर दी गई। इस माह लगातार बारिश और रास्ते खराब होने के कारण लोग राशन लेने नहीं पहुंच पाए हैं। दरअसल 15 सितंबर तक आधार से राशन दिया जाना था और २१ सितंबर तक हितग्राही पंजी से राशन दिया जाना है।

मगर, राशन की दुकानें बंद होने से ग्राहकों को परेशानी हो रही है। कई लोग जिला खाद्य अधिकारी के कार्यालय भी पहुंचे, जहां उन्होंने खाद्यान्न पर्ची और राशन कार्ड में नाम नहीं बढऩे की शिकायतें कीं। जिले में 1.95 लाख परिवारों को राशन बांटा जाता है, लेकिन आधा सैकड़ा गांव ऐसे हैं, जहां अब तक राशन नहीं पहुंचाया गया है। शहर के अलावा आरोन, चांचौड़ा और राघौगढ़ में 8 सितंबर को ही राशन पहुंच पाया है।

मशीनें खराब, 42 दुकानों पर नहीं पहुंचा राशन

कंट्रोल की दुकान से राशन बांटने के लिए पीओएस मशीन दी गई हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में केवल 61 मशीन ही चालू हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में 7 मशीन खराब चल रही हैं। इस वजह से हितग्राहियों को राशन लेने में दिक्कत होती है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी श्रीमन शुक्ला द्वारा मशीनों से राशन दिए जाने का जोर दिया जा रहा है। इस वजह से सभी दुकानों पर मशीन से ही राशन बांटा जाना है। मशीनें खराब हो जाने से अब पंजी को देखकर ही राशन दिया जा रहा है। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्र में कई उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पाता। उनको मशीन में खराबी के कारण लौटा दिया जाता है। उधर गुना बमोरी ग्रामीण क्षेत्र की 42 दुकानों पर राशन नहीं पहुंचा। इससे ग्रामीण परेशान हैं।

 

गरीबों की सूची से हट सकते हैं 40 हजार परिवार!

बीपीएल कार्डों का 18 सितंबर से 31 अक्टूबर तक सर्वे होगा। 250 हितग्राहियों पर एक सर्वे दल गठित होगा। इसकी प्रक्रिया चालू हो गई है। सर्वे दल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, रोजगार सहायक, सचिव आदि शामिल होंगे। उनको 250-250 लोगों की सूची दी जाएगी। इस सर्वे में करीब 40 हजार परिवार हट सकते हैं। जबकि 21 हजार परिवार अभी भी बीपीएल सूची में शामिल होने लंबित पड़े हैं।

इनका कहना है

दुकानों पर देरी से राशन पहुंचा है। गुना बमोरी की 42 दुकानों पर राशन नहीं पहुंचा है। कोई भी दुकान बंद नहीं कर सकता। राशन देने से पहुंचने के कारण जब तक राशन नहीं बंट जाता, तब तक दुकान खोली जाएंगी। अधिकांश जगह मशीन खराब हैं।

ज्योति बघेल जिला खाद्य अधिकारी

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